लखनऊ/जनमत/10 जनवरी 2025। डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के तहत, सेवारत, सेवानिवृत्त माननीय न्यायाधीशों और उनके आश्रितों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
उच्च न्यायालय द्वारा संस्थान को एक मुस्त धनराशि (कॉरपस फण्ड) प्रदान किया जायेगा। इस धनराशि का उपयोग उच्च न्यायालय द्वारा संस्थान को सूचित सेवारत, सेवानिवृत्त माननीय न्यायाधीशों और उनके आश्रीतों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने हेतु किया जायेगा। यह समझौता ज्ञापन भर्ती होने वाले मरीजों पर लागू होगा। उच्च न्यायालय द्वारा भर्ती होने वाले मरीज हेतु प्राधिकृत पत्र (ऑथराइजेशन लेटर) निर्गत किया जायेगा।
उक्त समझौता ज्ञापन के अर्न्तगत माननीय न्यायाधीशों के उपचार हेतु संस्थान द्वारा एक नया बैंक खाता खोला गया है। संस्थान के एच0आई0एस0 पर वर्चुल मनी की व्यवस्था की गयी है जिससे माननीयों एवं उनके आश्रितों को कैशलेश सुविधा प्रदान की जा सकेंगी।
इस एमओयू हस्ताक्षर के अवसर पर डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक, प्रो0 (डॉ0) सी0एम0 सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ0 विक्रम सिंह, डॉ0 भुवन चंद्र तिवारी, मीडिया प्रभारी, अरूण कुमार श्रीवास्तव, लेखाअधिकारी, एवं इलाहाबाद उच्च न्यायालय से श्री विवके, सीनियर रजिस्ट्रार, लखनऊ बेंच, श्री राकेश कुमार मिश्र, रजिस्ट्रार एकाउन्ट, श्री समीर जयसवाल, सीनियर ऑफिसर (एकाउन्ट), इलाहाबाद हाईकोर्ट श्री आनंद प्रताप सिंह, प्रोटोकॉल आफिसर, हाईकोर्ट लखनऊ भी उपस्थित रहे।