स्पेशल डेस्क (जनमत) :- ईश्वर शादी के बंधन का सूत्रधार होता है. वहीँ शादी को सात जन्म का बंधन माना जाता है, जो की पवित्र होने के साथ ही जीवन को एक नए दिशा प्रदान करता है. वहीँ इसे दुनिया का सबसे पवित्र बंधन माना जाता है। यह सिर्फ स्त्री और पुरुष के मिलन का ही नहीं, बल्कि दो परिवारों के बीच का संगम भी होता है। जिसमे एक अनजान परिवार दुसरे परिवार का रिशतेदार बन जाता है और अनजान चेहरो में रिश्ता कायम हो जाता है.
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आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसी भी जगहें हैं, जहां शादी से पहले मर्दों को अपनी मर्दानगी साबित करनी पड़ती है, तभी लड़की उनसे शादी के लिए हां करती है। वहीँ कुछ लोग सिर्फ अपनी हवस मिटाने के लिए इस पवित्र बंधन का प्रयोग करते हैं। हमारे देश में ही कई जगहों पर आपको ऐसे रीति-रिवाज देखने को मिल जाएंगे, जहां शादी से पहले लड़कियों को वर्जिनिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है। वहीँ परंपराओं में से एक है मर्दों को अपनी मर्दानगी साबित करने की परंपरा। यहां लड़कियां अपने होने वाले पति से मर्दानगी का सबूत मांगती हैं। कई पश्चिमी देशों में यह परंपरा है कि लड़कियां स्वयंवर के जरिए शादी रचाती हैं और अपने पति का चुनाव करती हैं। इस दौरान स्वयंवर में आए पुरुषों से लड़कियां उनकी मर्दानगी का सबूत मांगती हैं। मर्दों को शराब पिलाई जाती है और उसके बाद उन्हें 1 बिजली का झटका दिया जाता है।जिसके बाद ही उनकी शादी हो पाती है. यह भी एक अनोखी परंपरा है.