औरैया (जनमत) :- उत्तर प्रदेश के औरैया ज़िले में कोविड-19 संक्रमण काल में बंद की गई ट्रेनों का स्टॉपेज फिर से औरैया जिले के प्रमुख रेलवे स्टेशन फफूंद पर कराने के लिए पिछले दिनों आंदोलन में शामिल रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू पाल की मां पुष्पा पाल ने ट्रेनों का ठहराव न होने की स्थिति में 2 अक्टूबर से काले कपड़े पहन कर रेलवे परिसर में अनशन पर बैठने की घोषणा करते हुए जिलाधिकारी व रेलवे अधिकारियों को ज्ञापन दिया है।
बता दें कि इस मसले पर गत 5 सितंबर से दिबियापुर में सामाजिक कार्यकर्ता श्री कृष्ण पिछड़ा ने मौन आमरण अनशन रेलवे परिसर में शुरू किया था। 7 सितंबर से इसमें अन्नू पाल भी परिवार सहित शामिल हो गए थे। हालांकि उन्होंने अपने नोटिस के अनुसार आमरण अनशन 12 सितंबर को शुरू किया था और उसी दिन शाम को यह आंदोलन समाप्त हो गया था। अन्नू पाल देर शाम वापस अनशन पर बैठ गए थे। बाद में आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों ने उन्हें समझा कर उठा दिया था।
अन्नू पाल ने मांगे पूरी न होने की स्थिति में गांधी जयंती 2 अक्टूबर से फिर से अनशन शुरू करने की बात कही थी। गुरुवार को अन्नू पाल की मां पुष्पा पाल व पिता लाल बहादुर पाल कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला अधिकारी पीसी श्रीवास्तव को ज्ञापन दिया। इसमें पुष्पा पाल ने कहा कि उनकी मांगे पूरी न हुई तो वे काले कपड़े पहनकर 2 अक्टूबर से रेलवे परिसर में अनशन पर बैठेंगी। फिर भी मांगों को लेकर समाधान न हुआ तो भूख हड़ताल पर भी वे बैठेंगी।
यह है प्रमुख मांगे :-
जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस के साथ रिवर्स शताब्दी और दिल्ली लखनऊ शताब्दी का स्टॉपेज फफूंद स्टेशन पर दिया जाए। कोविड काल में बंद की गई मुरी एक्सप्रेस व देहरादून लिंक एक्सप्रेस का ठहराव पूर्व की भात बहाल किया जाए। इसके अलावा इटावा से आगरा के बीच चलने वाली इंटरसिटी सवारी गाड़ी को फफूंद स्टेशन से चलाया जाए। स्टेशन का नाम बदलकर दिबियापुर किए जाने तथा बाबा परमहंस बगिया की तरफ भी टिकट खिड़की खोले जाने एवं रेलवे परिसर में बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग भी ज्ञापन में उठाई गई है।
Reported By :- Arun Bajpayee
Published By :- Vishal Mishra