लखनऊ (जनमत):- बैंक फ्रॉड मामले में तिवारी परिवार की मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढती जा रही है | पूर्वांचल के दबंग नेता रहे हरिशंकर तिवारी के छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी मौजूदा समाजवादी नेता और बहुजन समाजवादी पार्टी से चिल्लूपार विधानसभा के पूर्व विधायक से बैंक फ्रॉड मामले में ईडी ने 754.24 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड के मामले में शुक्रवार को विनय शंकर तिवारी से लगभग 8 घंटे पूछताछ की |इस दौरान उनके बयान भी दर्ज किए गए| ईडी ने पूर्व विधायक की पत्नी रीता तिवारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया था पर वह नहीं गई | ईडी उन्हें दोबारा नोटिस देने की तैयारी में है|
विनय शंकर तिवारी को दुबारा बैंकों से लिए गए लोन से संबंधित दस्तावेज के साथ बुलाया गया है| ईडी के लखनऊ के जोनल कार्यालय में समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व विधायक से शुक्रवार सुबह 11:00 बजे पहुंचे शाम 7:00 बजे तक उनके कई बिंदुओं पर पूछताछ की गई | ईडी ने इससे पहले 23 फरवरी को पूर्व विधायक और उनके करीबियों के 10 ठिकानों सहित पांच शहरों में पर छापेमारी की थी| ईडी की टीमों ने लखनऊ में पांच नोएडा में दो तथा गोरखपुर, गुरुग्राम अहमदाबाद में एक व् अन्य ठिकानों पर घंटो छानबीन की गई थी| जिसमे कई दस्तावेज कब्जे में लिए गये थे|
पूर्व विधायक की कंस्ट्रक्शन कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम से वर्ष 2012 से 2016 के बीच सात बैंकों के कंसोर्टियम से 1129.44 करोड रुपए की क्रेडिट लिमिट की गई थी |आरोप था की बड़ी रकम को दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किया गया था| जिससे बैंकों को 754.24 करोड रुपए का नुकसान हुआ था मामले में पहले दिल्ली सीबीआई ने केस दर्ज किया था| जिसको आधार बनाकर ईडी ने जनवरी 2021 में विनय शंकर तिवारी व अन्य के विरुद्ध प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी ईडी ने नवंबर 2023 में विनय शंकर तिवारी व उनके कुनबे मे की 72.08 करोड़ रुपए की संपत्ति भी जप्त की थी।
PUBLISHED BY- GAURAV UPADHYAY