लाइफस्टाइल(जनमत) :आजकल पर्याप्त मात्रा में नींद न लेना एक बहुत बड़ा अपवाद बन चुका है। नींद की कमी शरीर में कई बीमारियों को न्यौता देती है। एक रिसर्च में सामने आया है कि पांच घंटे या उससे कम समय के लिए सोने वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने या स्ट्रोक का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। पहले के अध्ययन में इस बात के स्पष्ट सबूत नहीं थे कि क्या कम नींद लेने का संबंध भविष्य में दिल की बीमारी होने से जुड़ा है। इस बार 50 वर्ष की आयु वाले पुरूषों पर इस खतरे का अध्ययन किया गया है।
शोध कहता है कि नींद हमारे दिल को सेहमतमंद रखने में काफी मदद करती है। इस अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रात को एक घंटा अधिक सोते हैं, उन्हें दिल की बीमारी अन्य लोगों की तुलना में कम होती है। वहीं सात घंटे से कम सोने वाले लोगों को दिल की बीमारी होने की आशंका अधिक होती है।
अच्छी नींद के लक्षण
किसी व्यक्ति को नींद की समस्या है या नहीं, इसके लिए डॉक्टर को कई पहलुओं पर विचार करने की आवश्यकता होती है। डॉक्टर को न केवल नींद के घंटे बल्कि उसकी गुणवत्ता का भी अध्ययन करना पड़ता है। अनिद्रा, यानी आधी रात में जाग जाना, किसी गड़बड़ की ओर इशारा करता है। लेकिन, जो लोग काफी ज्यादा सोते हैं, उन्हें इस बात का अंदाजा ही नहीं होता कि वे भी नींद से जुड़ी किसी समस्या से जूझ रहे हैं।
किनती नींद है फायदेमंद
सामान्य तौर पर महिलाएं पुरुषों से ज्यादा सोती हैं। अगर आप लेटती हैं और आपको सोने में पांच मिनट या इसके आसपास समय लगता है तो समझिए कि आप कम नींद की शिकार हैं, लेकिन यदि आप बीस-पच्चीस मिनट लेती हैं तो आपकी नींद पूरी है।
बिस्तर पर जाते ही नींद आने का मतलब यह नहीं है कि आप सामान्य हैं। आमतौर पर वयस्क के लिए छह घंटे की नींद पर्याप्त होती है। ज्यादा मानसिक काम करने वालों को सात-आठ घंटे की नींद चाहिए और कम थकाऊ काम करने वालों को पांच घंटे सोना काफी होता है। किशोरों और बच्चों के लिए आठ घंटे की नींद जरूरी होती है।