लाइफस्टाइल (जनमत) :- हमारी संस्कृति में ही विज्ञानं का अनोखा संगम है. जो भी रीती रिवाज बनाये गएँ है वो कहीं न कहीं दूरगामी सोच का नतीजा ही है. आपको बता दे की पहले के समय में बड़े-बुर्जुग हमेशा इस बात पर जोर देते थे कि शादी करते समय वर वधू की उम्र में अच्छा खासा फर्क होना चाहिए। ज्यादातर यह देखा गया है कि लड़के से 5-6 साल उम्र में छोटी उम्र की लड़की देखी जाती है।वैसे तो लोगों को ये बात समझ नहीं आती लेकिन इसके पीछे कुछ खास कारण हैं। जिसकी तरफ शायद ही हमारा ध्यान जाता है.
वहीँ गौर करने वाली बात यह है कि रिश्ता ढूंढते वक्त आज भी इन बातों का खास ध्यान दिया जाता है। वक्त के साथ-साथ महिलाओं में होने वाले हार्मोन चेंज की वजह से वो पुरुषों के मुकाबले जल्द ही उम्रदराज दिखना शुरू हो जाती हैं। अपने पति से उम्र में ज्यादा न लगे इसलिए परिवार वाले पहले से ही लड़की से 5-6 साल बड़े लड़के से उसकी शादी करते थे। माना जाता है कि लड़कियां लड़को से ज्यादा मैच्योर होती हैं। ऐसे में अगर दोनों एक ही उम्र के होंगे तो उनकी सोच कभी नहीं नहीं मिलेगी। जिसकी वजह से उनके बीच झगड़े होने की संभावना भी बढ़ जाएगी। दूसरी तरफ अगर लड़का लड़की से उम्र में बड़ा होगा तो वो उसे घर गृहस्थी के छोटे-बड़े कामों में मदद कर सकेगा और हर प्रकार से लड़की की देखभाल भी बेहतर ढंग से कर पायेगा.