लाइफ स्टाइल(जनमत) आयुर्वेद के अनुसार अधिक मोटे और अधिक दुबले व्यक्तियों .. की सामान्य और स्वास्थ्य… नहीं माना जाता हैं| जायदा दुबले होने पर शरीर की कार्य प्रणाली साधारण रूप से एक समान नहीं होती, जिसके परिणामस्वरूप दुबले व्यक्तियों को बहुत सारी बीमारियों से ग्रस्त होने का दर बना रहता है। वही बहुत से लोगो का कहना होता है की मै बहुत खता पिता हूँ पर उस के बाद भी मेरा वजन नहीं बढता अगर आप अपने दुबलेपन से परेशान है और आप मोटा होने के लिए खूब खाते पीते है|
उस के बाद भी आप मोटे नहीं हो रहे है तो आप सब से पहले अपने वजन कम होने की वजह पता करे ताकि किसी भी समस्या के उपचार से पहले उन कारणों को खत्म किया जा सके| कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हुए एक शोध के अनुसार शरीर के कुछ अंगो पर वसा जमा होना, नुकसान की जगह फ़ायदा पहुचता है| शोधकर्ताओ का मानना है कि पेट या जिगर की तुलना में कुल्हे के आसपास वसा जाम होना महिलाओ को मधुमेह व ह्रदय रोगों के खतरे से बचाता हैं|
प्रमुख शोधकर्ता के अनुसार जेनेटिक तौर पर कुछ महिलाओं में कुल्हे के हिस्से के आसपास वसा कम इकट्ठा होती हैं ऐसे में खून में वसा शामिल होकर दुसरे प्रमुख अंगो के आसपास जमा शुरु हो जाती हैं, जो मधुमेह या ह्रदय रोगों के खतरे को बढता हैं|| दुबलेपन का प्रमुख कारण कही आनुवंशिकता है तो कही व्यक्ति का पौष्टिक भोजन न लेना अगर आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं होगा तो यह आपके शरीर को मिलने वाले जरुरी पोषक तत्वो को आपके शरीर में नहीं जाने देगा|