देश- विदेश (जनमत):- देश में जहाँ लोक सभा चुनाव की तैयारियां जोरो पर हैं, वहीँ दूसरी और जम्मू कश्मीर में भी चुनावों को लेकर के सरगर्मियां बढ़ गयीं हैं. चुकी अभी हाल ही में जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के मंसूबे पर राज्यपाल ने पानी फेर दिया. वहीँ अब इस बात की सुगबुगाहट भी तेज हो गयी हैं की लोक सभा चुनाव के साथ ही जम्मू-कश्मीर भी चुनाव करा दिए जाए जिसको लेकर देश के गृहमंत्री ने राज्यसभा में अपना पक्ष भी रखा है और कहा कि यदि चुनाव आयोग आम चुनाव के साथ राज्य विधानसभा चुनाव कराने का प्रस्ताव लाता है तो केंद्र को कोई आपत्ति नहीं होगी।
वहीँ जम्मू-कश्मीर पर लंबी चर्चा के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन संबंधी संकल्प पारित हो गया। वही गृहमंत्री ने कहा कि पिछले चार साल में राज्य में रोजगार और आर्थिक गतिविधि में जबरदस्त इजाफा हुआ है। नगर निकाय और पंचायत चुनाव करा कर केंद्र ने पूरे देश के लिए निचले स्तर पर लोकतंत्र का ठोस मॉडल पेश किया। गृहमंत्री ने कहा कि यह भ्रांति है कि केंद्र सरकार हुर्रियत कांफ्रेंस से बात नहीं करना चाहती। केंद्र ने जब-जब बात करने की पहल की हुर्रियत ने अपने दरवाजे बंद कर लिए। हालाँकि अब इस बात के साफ आसार लगाये जा सकते है की आगामी लोक सभा चुनावों के साथ ही जम्मू कश्मीर में भी राज्य के चुनाव करा दिए जाए हालाँकि गृहमंत्री इसके लिए चुनाव आयोग के प्रस्ताव का हवाला भी दिया है और सरकार को इसमें किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है, यह भी साफ कर दिया है.