देश/विदेश (जनमत) :- ये युद्ध की सुग्बुगाहट से शरू हुई त्रासदी है जहाँ दो देशो के बीच विवाद की स्थिति शुरू ही हुई थी वहीँ इस दौरान ईरान की एक छोटी सी गलती ने 176 लोगो का जीवन समाप्त कर दिया. वहीँ इस दौरान ईरान कबूल कर ही लिया कि उसकी सेना ने गलती से यूक्रेनी यात्री विमान बोइंग 737 को मार गिराया था। यह घटना ऐसे समय पर हुई थी जब ईरान ने इराक में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमला किया था।विमान ने तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से यूक्रेन की राजधानी कीव के बोर्यस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लिए उड़ान भरी थी। ईरानी अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि इस दुर्घटना का कारण तकनीकी खामी थी। इस विमान में 176 लोग सवार थे जिनकी मौत हो गई थी। सेना ने बयान जारी कर इसे मानवीय भूल करार दिया।
वहीँ इस दौरान सेना के बयान को लेकर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा, ‘सशस्त्र बलों की आंतरिक जांच से निष्कर्ष निकला है कि मानवीय त्रुटि के कारण गलती से यूक्रेनी विमान को मिसाइल ने निशाना बनाया। जिसके कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और 176 लोगों की जान चली गई। इस त्रासदी और अक्षम्य गलती की जांच जारी रहेगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा।’
ईरान कई दिनों तक अपनी मिसाइल से विमान गिराए जाने की बात नकारता रहा है। लेकिन अमेरिका और कनाडा ने खुफिया जानकारी के हवाले से कहा था कि ईरान ने विमान को गिराया है। विमान ने यू्क्रेन की राजधानी कीव के लिए उड़ान भरी थी। जिसमें 167 यात्री और विभिन्न देशों के नौ क्रू सदस्य शामिल थे। अधिकारियों के अनुसार विमान में 82 ईरानी, लगभग 63 कनाडियन और 11 यूक्रेनियन सवार थे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रवक्ता रजा जाफरजादेह ने बताया था कि यह विमान तेहरान के दक्षिण पश्चिमी इलाके में दुर्घटना का शिकार हुआ। जांचदल और बचाव कर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंचें तब उन्हें कोई भी जिंदा नहीं मिला।हालाँकि भले ही यह ईरान की एक गलती हो लेकिन इसकी वजह से कितने लोगो ने अपनी जान समय से पहले कुर्बान कर दी.
Posted By:- Ankush Pal