विवाद-ए-आज़म पर लटकी कार्यवाही की तलवार…

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देश/विदेश (जनमत) :- अपने बेबाक बोल की वजह से हमेशा विवादों में रहेने वाले सपा  के दिग्गज नेता आजम खान बीते कुछ समय से महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर विवादों में बने हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को भी भाजपा सांसद और लोकसभा की पीठासीन अधिकारी रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी की। जिसे लेकर संसद में विवाद की स्थिति बन गयी. वहीँ मामला बढने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और विपक्ष ने सदन में आजम के माफीनामे की मंजूरी दे दी है। अगर ऐसा होता है तो उन्हें सदन से निलंबित या फिर निष्कासित किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता तो आजम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जा सकता है।

आपको बता दे कि इसी कानून के तहत वर्ष 1978 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को विशेषाधितार हनन से जुड़े मामले में लोकसभा से निष्कासित कर जेल भेज दिया गया था। आजम खान की टिप्पणी सदन की अवमानना और विशेषाधिकार के हनन का मामला बनता है। अगर ऐसे मामलों पर शमा मांग ली जाती है तो मामला यहीं खत्म हो जाता है। लेकिन अगर ऐसा नहीं किया जाता तो सदन कार्रवाई करने का फैसला कर सकता है, या फिर इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेज सकता है। अगर कोई विशेषाधिकार के हनन का दोषी पाया जाता है तो उस सांसद को निलंबित किया जा सकता है और साथ ही सदन से बहिष्कृत भी किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो समिति सांसद के बारे में फैसला करती है और साथ ही उस फैसले से सदन को भी अवगत कराती है। फिर सदन समिति के निर्णय पर मुहर लगाता है। कुल मिलाकर आज़म खान के खिलाफ अब इस मामले में कार्यवाही हो सकती हैं.