नई दिल्ली (जनमत) :- अभी हाल ही में मोदी सरकार के मंत्री विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर यौन शोषण के आरोपों में घिरे जिसमे उनपर कई महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया. वहीँ इस मामल में विपक्षी पार्टियों को भाजपा को घेरने एक और मौका दे दिया जिसके बाद इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता ने बताया की एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने मोदी सरकार के मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं और प्रधानमंत्री कार्रवाई करने की बजाये शांत हैं. यह कहीं न कहीं अफ़सोस की बात हैं.
इसी के साथ ही बताया की पीएम का कर्तव्य है कि वे स्पष्ट करें कि वे पीड़ित महिलाओं के साथ हैं कि नहीं हैं। वही इस पर सवाल उठाया की क्या सरकार महिलाओं को इस बात के लिए मजबूर करना चाहती है कि कोई आवाज न उठाए। मंत्री का कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं, जबकि सच्चाई है कि आरोप लगाने वाली महिलाएं एक दूसरे जुड़ी नहीं हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप करने की जरूरत है.