कुशीनगर(जनमत) : भारत को शौच मुक्त बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री एक तरफ 2 अक्टूबर तक देश को स्वच्छ बनाने का दावा भले ही कर रहे हो लेकिन इनके अधिकारी और कर्मचारी इस मुहीम में पलीता लगाते दिख रहे है….. ताजा मामला कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा विकास खंड के अरनाहवा गाँव से सामने आया है जहा इज्जत घर की इज्जत ही खतरे में पड़ गयी है….. भ्रष्ट ग्राम प्रधान के कारण गाँव में 100 शौचालय के लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 45 शौचालय बनवाया गया है….. 3 माह पूर्व बनवाए गए शौचालय का आलम यह है कि कई शौचालय गिर गए है तो कई शौचालयों को बास-बल्ली के सहारे गिरने से रोका गया है….Iग्राम प्रधान के लूट-खसोट के इस खेल इस खुलासा तब हुआ जब बरसात कि शुरुआत होते ही गाँव में बने शौचालय ढहना शुरू हो गए है….
एक तरफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित सभी उच्चाधिकारी 2 अक्टूबर तक प्रदेश और देश को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे है…… तो दूसरी तरफ ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से मोदी और योगी का सपना पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा है…… कमीशन खोरी के कारण ग्राम प्रधान द्वारा गाँव में बनवाए गए शौचालय में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है…… ग्रामीणों की माने तो इसका शिकायत बार-बार उच्चाधिकारियों से करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई …… हालाँकि मामला सामने आने के बाद अब आनन्-फानन में जाँच अधिकारी नियुक्त कर दिए गए है और अपने कर्तव्य का इतिश्री कर ली गयी है ….. लेकिन अब देखना यह है कि इन भ्रष्ट अधिकारीयों पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आदेश का कितना असर होता है…I