गोरखपुर(जनमत) :- उत्तर प्रदेश के जनपद गोरखपुर में इंसेफ्लाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी को कम करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है, आज इसी क्रम में कमीशन सभागार में कमिश्नर ने जेई/एईएस जैसी भयानक बीमारी के रोकथाम के लिए स्टॉप जेई/एईएस ऐप का लोकार्पण किया है| इस मौके पर जिलाधिकारी विजेंद्र पांडेय, जिला स्वास्थ्य अधिकारी श्रीकांत तिवारी, सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। स्टॉप जेई/एईएस ऐप के द्वारा सामान्य बुखार से अन्य बीमारियों तक आशा बहुएं, एएनएम यह सभी एन्डोराइड मोबाइल के जरिए मरीज के डिटेल को सीधे स्वास्थ्य विभाग के कंप्यूटर में इंट्री कर पाएंगे|
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जिसके बाद यहां से डॉक्टरों की एक विशेष टीम उस मरीज से बातचीत कर उसकी स्थिति की जानकारी लेगी, उसके बाद मरीज को सामान्य बुखार है या अत्यधिक तेज़ बुखार या कोई अन्य गंभीर बिमारी है तो उसे सरकारी सुविधाओं के जरिए जिला अस्पताल लाकर उसका इलाज किया जाएगा| यदि बीमारी गंभीर नहीं है तो पास के ही सीएससी, पीएससी पर उस व्यक्ति का इलाज कर उसकी बीमारी को खत्म किया जाएगा| इस संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए हमने एक ऐप जारी किया है, जो कि एन्डोराइड मोबाइल से ऑपरेट होगा, इसे कोई भी डाउनलोड कर सकता है| इस ऐप के जरिए मरीज इस ऐप का निर्माण कानपुर की एक एजेंसी बीएससी बायोटेक के माध्यम से कराया गया है। जिस तरह से आशा बहुओं के पास एन्डोराइड मोबाइल नहीं होने पर ऐसी स्थिति में गांव के प्रधान या संभ्रांत लोग इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं, उसके बाद इस ऐप के जरिए वह अपने गांव के मरीज की जानकारी हम तक पहुंचा सकते हैं|