कौशांबी (जनमत):- यूपी के कौशांबी जिले में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय बौद्ध कार्यक्रम में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने सरकार पर निशाना चाहते हुए जमकर हमला बोला। राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि रामभद्राचार्य जी को राम मंदिर जाना चाहिए था लेकिन वह बीमार होने के बाद अस्पताल पहुंच गए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज हुम्बआजादी की 75 वी वर्षगांठ माना रहे है लेकिन हमारे देश की राष्ट्रपति को मंदिर जाने से रोक दिया गया, क्योंकि वो आदिवासी है। 2017 में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी राजस्थान के पुष्कर मंदिर जाने से रोक दिया गया था क्योंकि वो दलित थे। यहाँ आज थी जातिवादिता कि जाती है। वहीं उन्होंने भाजपा सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर सराहना किया।
जिला मुख्यालय मंझनपुर में चतुर्थ राष्ट्रीय बौद्ध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहा सपा नेता व एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्या बतौर मुख्यातिथि कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचे।बौद्ध महोत्सव में शामिल होने पहुचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर होते हुए कहा कि हम आजादी की 75 वी वर्षगांठ माना रहे है, लेकिन हमारे देश की राष्ट्रपति को मंदिर जाने से रोक दिया गया, क्योंकि वो आदिवासी है। 2017 में रामनाथ कोविंद को भी राजस्थान के पुष्कर मंदिर जाने से रोक दिया गया था क्योंकि वो दलित थे। अखिलेश यादव की कोठी गंगा जल से धुलवाते है क्योंकि वो अहीर के बेटे है। वही उन्होंने कहा कि हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग इस देश को गुलाम करना चाहते है। देश को बांटना चाहते है। बाबा साहेब के संविधान को ये खत्म करना चाहते है। इसलिए 5 किलो 10 किलो राशन पर वोट देने वाले सतर्क रहें। सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि फीस में वृद्धि इसलिए किया गया कि आपका बेटा बेटी पढ़ने न पाए, और मोदी जी विश्वकर्मा सम्मान योजना चला रहे है जिससे आपका बेटा लोहारी करे।
हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा काला झंडा दिखाए जाने पर कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या डबल इंजन सरकार पर भारी पड़ रहे है। इसीलिए सत्ता पक्ष के लोग मुझे काला झंडा दिखा रहे है। क्योंकि भाजपा को डर है कि उनका खटिया खड़ी बिस्तर गोल कोई कर सकता है तो वह स्वामी प्रसाद मौर्या कर सकते है। कुत्ते भोकते रहे हाथी यहाँ तक पहुँच आई। जिनका काम भौकने का है, वह भौकते रहते है। हाथी के चाल पर उसका असर नही पड़ता है। इसके अलावा उन्होंने बीएचयू में छात्रा से हुए रेप मामले में बोला कि काशी विश्वनाथ बनारस की धरती पर बीएचयू की छात्रा के साथ बलात्कार की घटना हुई। अपराधी पकड़े गए लेकिन, एक जाति के होने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया। बाद में विपक्ष के द्वारा हंगामा करने पर उन्हें पकड़ गया। और वह एक सत्ता पार्टी के लोग निकले।
मीडिया द्वारा राम मंदिर को लेकर किये गए सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि रामभद्राचार्य जी को राम मंदिर जाना चाहिए था क्योंकि वह जीवन मृत्यु से जूझ रहे हैं। वहां जाते तो उनका इलाज हो जाता। भगवान राम की कृपा हो जाती लेकिन वह वहा न जा करके अस्पताल पहुंच गए। इसका मतलब विज्ञान सच है। वैज्ञानिक ताकत विज्ञान की ताकत में उनको भी जाना पड़ा। अगर वह राम में भी ताकत होती जो विज्ञान में ताकत है विज्ञान के अंदर न जा करके वह राम के यहां चले गए होते, इसलिए यह प्रश्न पूछना चाहिए रामभद्राचार्य जी से स्वामी प्रसाद मौर्य से नहीं।
लालकृष्ण आडवाणी को भारतरत्न दिए जाने के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि सरकार को समझ बहुत देर में आई। राम मंदिर के उद्घाटन अवसर पर रामलला के प्रकरण के नायक आडवाणी जी को नहीं पूछा गया। शायद इस भूल को सुधारने के लिए भारत सरकार ने आडवाणी जी को भारत रत्न की उपाधि दिया। आडवाणी जी एक बड़े नेता थे उनका एक लंबा राजनीतिक संघर्ष था। अभी भी सक्रिय राजनीति के में थे। देश की सरकार ने उनको सक्रिय राजनीति से बाहर किया। प्रायश्चित स्वरूप भारत रत्न की उपाधि दी वह स्वागत योग है, लेकिन सरकार ने अपनी गलतियां समझा प्रायश्चित किया भारत रत्न दिया हम समझते हैं दे आये और दुरुस्त आए।
REPORT- RAHUL BHATT
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…