बिहार/जनमत/04 जनवरी 2025। पीएचसी जहानगंज में मेडिकल अफसर कम्युनिटी हेल्थ पद पर तैनात रहे डॉक्टर रिटायरमेंट के बाद बकाया देय के लिए चक्कर लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पेंशन पोर्टल पर उन्हें मृत दिखा दिया गया है। शुक्रवार को सीएमओ दफ्तर के गेट पर वह दंडवत हो गए। उन्होंने कहा कि आखिर मेरी पुकार कब सुनी जाएगी। बातचीत करने के लिए सीएमओ उन्हें अपने कक्ष में ले गए।
सीएमओ कार्यालय गेट पर दोपहर 1.15 बजे डॉ. जितेंद्र कुमार दंडवत हो गए। स्टेनो सतवीर ने सीएमओ को मामले की जानकारी दी। इस पर सीएमओ गेट पर पहुंचे। कर्मचारियों ने दंडवत लेटे डॉक्टर को उठाया। सीएमओ के पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि वह दिव्यांग हैं। यहां तो लोग दिमाग से दिव्यांग लग रहे हैं। वह चक्कर काट रहे हैं, उनका काम नहीं हो रहा है। इस पर सीएमओ ने एकाउंटेंट मोहित श्रीवास्तव को बुलाकर फटकार लगाई। भुगतान लटकाने का कारण पूछा। इसके बाद डॉक्टर को अपने कक्ष में ले जाकर बातचीत की।
डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी मई 2021 में पीएचसी जहानगंज में तैनाती हुई थी। 28 फरवरी 2023 को उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। अप्रैल 2024 में राज्यपाल ने वीआरएस की स्वीकृति दे दी। लेकिन अभी तक सिर्फ अर्जित अवकाश के पैसे का भुगतान हुआ है। एनपीएस, बीमा, पेंशन की फाइलें लटकीं हैं। उन्होंने 14 वर्ष सरकारी सेवा की है। भुगतान के लिए लखनऊ के छह बार चक्कर लगा चुके हैं। एक बार आने में पांच हजार रुपये खर्च होते हैं। आखिर कब और कैसे भुगतान होगा।
Reported by Varun Dubey