महराजगंज (जनमत) :- सरकार ने 2 अक्टूबर 2018, महात्मा गांधी के जन्म की 150 वीं वर्षगांठ तक ग्रामीण भारत में 1.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौंच मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने का लक्ष्य रखा था… लेकिन स्वच्छ भारत अभियान को कितना जमीन पर बनाया और कितना कागजो में बनाया गया … यह जानकार आप हैरान रह जाएँगे . सरकार के नौकर शाहों ने शौचालय तो बनाया झाड़ू तो लगाया पर जमीन पर नही सिर्फ कागजों पर….
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ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज के निचलौल के जलागम नामक गाँव का हैं …..इस गांव में विकास नाम का न तो कोई बालक दिखता है और ना कही विकास दिखता है। इस गांव का मुख्य मार्ग दिखता ही नही…. इस गाँव तक पहुचने का कोई रास्ता ही नही है.. और तो और बिजली ना की चिड़िया यहाँ पहुची ही नहीं हैं……. यहां सरकार की odf करने वाली योजना धरी की धरी रह गई है… न ही कोई शौचालय बना और न ही किसी प्रकार का कोई विकास देखने को मिला है. जिससे स्वच्छ भारत अभियान की सफलता पर कहीं न कहीं यह सवाल ज़रूर उठता है की आखिर यह योजना धरातल पर कितनी कारगर साबित हुई है और कहीं कागजों का ढेर ही न बनकर रह जाएँ….