अमेठी (जनमत) :- जिस काम को और कोई सम्पन्न नहीं करता, उसे सर्वशक्ति सम्पन्न देवी दुर्गा कर सकती हैं। शक्ति की अधिष्ठात्री देवी की संरचना तमाम देवी-देवताओं की संचित शक्ति द्वारा हुई है. आदि शक्ति को शिव ने त्रिशूल देकर अजेय बनाया।वेद और पुराणों के मुताबिक मां दुर्गा का त्रिशूल अपने आप में तीन गुण समाए हुए हैं। भगवती सती के इसी त्रिशूल को लेकर अब एक नया दावा पेश किया जा रहा है इस दावे के मुताबिक अमेठी जिले के मुसाफिरखाना विकास खण्ड के दादरा गांव स्थित देवी हिंगलाज मंदिर की गर्भ गुफा में माता आदि शक्ति का त्रिशूल मौजूद है…
दादरा गाँव निवासी अंजनी श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ वर्षों पूर्व गर्भ गुफा में खुदाई के दौरान ये त्रिशूल देखा गया जो आज भी इसी गर्भगुफा में मौजूद है । वहीँ प्रचलित किवदंतियों के मुताबिक माता भगवती ने यह त्रिशूल अपने भक्त और आदि कबि बाबा पुरषोत्तम दास की घोर तपस्या से खुश होकर यहाँ स्थापित कर दिया जो पिंडी के साथ आज भी समस्त क्षेत्रवासियो की रक्षा कर रहा है ।.
Posted By :- Ankush Pal