सिद्धार्थनगर(जनमत):- सिद्धार्थनगर जिले के जिला अस्पताल में बना रैन बसेरा में निजी कम्पनी के कर्मचारियों ने वर्षो से कब्जा जमा रखा है। जिससे अस्पताल में मरीजों के साथ आये तीमारदारों को खासी दिक़्क़तों का सामना पड़ता है। ऐसा भी नहीं है कि इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियो को नहीं है। सब जानते हुए भी वह किसी परवाह नहीं करते है।
सिद्धार्थनगर के जिला अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों को रुकने के लिए परिसर में एक रेन बसेरा बनाया गया है। लेकिन इस रेन बसेरा में जिवी कंपनी के कर्मचारियों ने कब्जा जमा रखा है। वह भी अस्पताल के अधिकारियों की सहमति से रेन बसेरा में कब्जा जमाये निजी कंपनी के कर्मचारी किस तरह से यंहा काबिज है दरअसल इस अस्पताल में 108 एम्बुलेंस में कार्यरत ड्राइवर व टेक्नीशियन की सेवाएं निजी कंपनी जिवी से ली जा रही है। कंपनी अपने कर्मचारियों को आवास की सुविधा नहीं दे रही है तो कर्मचारियों को रहने अस्पताल के अधिकारियों ने नियमो को दरकिनार इस बसेरा को इनके हवाले कर दिया है।
उन्हें इस बात की परवाह नहीं है की आखिर इस तरह की ठण्ड में मरीजों के तीमारदार रात में कहाँ आसरा लेंगे। कंपनी के कर्चारी खुद स्वीकार कर रहे है कि वह यहाँ गैरकानूनी ढंग से रह रहे है इससे तीमारदारों को परेशानी होती होगी। यह रेन बसेरा दोमंजिला बना है लेकिन पुरे भवन में इन कर्मचारियों ने कब्ज़ा जमा रखा है। वही इस गंभीर मामले को लेकर जब हमने यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से सवाल पूंछा तो उन्होंने कहा कि रेन बसेरा तीमारदारों के लिए पूर्व सांसद ने बनवाया था। यंहा केवल तीमारदारों को ही रहना चाहिए। अगर वंहा कोई और कब्जा जमा रखा है तो यह गलत है। इस मामले को वह देखेंगे।