दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में पीजीआई के 14 प्रोफेसर्स शामिल

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लखनऊ/जनमत/18 सितम्बर 2024 बुधवार। संजय गाँधी पीजीआई हमेशा से उच्च कोटि के रोगी के देखभाल के साथ साथ चिकित्सा शोध के क्षेत्र में ना सिर्फ भारत में बल्कि पुरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान बना रखा है। यह दुनिया के प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थानों में से एक है। कैलिफ़ोर्निया अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की ओर से हाल में 17 सितंबर 2024 को जारी की गई दुनिया के शीर्ष 2 फ़ीसदी वैज्ञानिकों की सूची में यहां के 14 प्रोफेसर्स ने अपना स्थान बनाकर इसे साबित भी कर दिया है।
बतादें कि स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी हर साल विश्व के 2% शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची जारी करती है। इसमें हर क्षेत्र के शोधकर्ताओं को शामिल किया गया है। यह सूची कैरियर डेटा के साथ साथ वर्ष 2023 में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध कार्यों के आकलन पर आधारित है …

इन चिकित्सकों ने संस्थान का गौरव बढ़ाया

संजय गांधी पीजीआई के डायरेक्टर और हेपटोलॉजी विभाग के प्रोफेसर राधा के धीमन, मेडिकल जेनेटिक्स के सेवानिवृत्त प्रोफेसर बलराज मित्तल, न्यूरोलॉजी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर यू.के.मिश्रा, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के और वर्तमान में जिपमेर पांडिचेरी के डायरेक्टर प्रोफेसर राकेश अग्रवाल, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अमिता अग्रवाल, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उदय चंद्र घोषाल, न्यूरोलॉजी की प्रोफेसर जयंती कालिता, एंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी के प्रोफेसर गौरव अग्रवाल, पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के प्रोफेसर उज्जल पोद्दार, नेफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नारायण प्रसाद, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रोफेसर मोहन गुर्जर, बायोस्टैटिस्टिक्स एंड हेल्थ इंफॉर्मेटिक्स के एडिशनल प्रोफेसर डॉ प्रभाकर मिश्रा, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी के एडीशनल प्रोफेसर डॉ दुर्गा प्रसन्ना मिश्रा और एंडोक्रिनोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोहित सिन्हा शामिल है। इस संबंध में पीजीआई निदेशक ने कहाकि संस्थान के लिए यह गर्व का अवसर है।

संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गयी विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में पीजीआई के 14 प्रोफेसर्स के नाम आने पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राधा के धीमान बेहद खुश दिखे। उन्होंने समस्त चयनित प्रोफेसर्स के साथ-साथ संस्थान को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। प्रोफेसर धीमान जो खुद भी इन दो पर्सेंट चयनित प्रोफेसर्स में शामिल है, ने कहा कि संजय गांधी पीजीआई उत्कृष्ट चिकित्सा प्रदान करने के लिए देश, प्रदेश में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में प्रख्यात है। आज संस्थान के प्रोफेसर्स ने शोध में भी लगातार नया आयाम और पहचान बनाई है। संस्थान के चिकिसकों द्वारा जिस तरह से काफी संख्या में गुणवत्तापूर्ण शोध पत्र प्रकाशित किए जा रहे है, वह एक डायरेक्टर के रुप में मेरे लिए काफी संतोष की बात है। हालाँकि हमें लगातार इससे भी बेहतर करने का प्रयास करना होगा। प्रोफेसर धीमान ने कहा कि सबसे ज्यादा गर्व की बात यह है कि इन शिक्षकों में तीन ऐसे प्रोफेसर्स शामिल है जो अपने छोटे से कैरियर में ही यह गौरवपूर्ण स्थानप्राप्त किये है। उम्मीद करता हूं कि संस्थान के इन प्रोफेसर्स से दूसरे अन्य युवा प्रोफेसर और छात्र भी प्रेरणा लेंगे और भविष्य में इससे भी बेहतर करेंगे।

SPECIAL REPORTED BY ABHILASH BHATT

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR