राजनीति/जनमत। आपको वो अकबर और बीरबल की कहानी तो याद ही होगी जब राजदरबार में अकबर की अगूंठी खो जाती है और उसका पता लगाने के लिए अकबर ने बीरबल को लगाया, जिसके बाद बीरबल उस दीवार पर कान रखकर सुनते हैं जिस दीवार से राजा की अगूंठी खोयी रहती है. और कहते हैं जिसने भी अगूंठी चुराई है उसकी दाढ़ी में तिनका है. जिसके बाद एक मंत्री अपनी दाढ़ी से तिनका हटाने लगता है. कुछ ऐसा ही वाकया बीते दिन राज्यसभा में भी हुआ है.।
…लेकिन इस वाकया में कुछ खोया नहीं है बल्कि मिला है वो भी 50,000 रुपए नोटो की गड्डी, जी हां बिल्कुल सही सुन रहे आप बीते दिन राज्यसभा से सीट नम्बर 222 से 50,000 नोटो की गड्डी बरामद हुई है. जिस सीट पर कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी बैठते हैं. लेकिन जब इस मामले पर अभिषेक मनु सिंघवी से पुछा गया तो उन्होनें नोटो की गढ्ढी राज्यसभा में ले जाने से मना कर दिया और कहा कि वो राज्यसभा में सिर्फ 500 रुपए की नोट लेकर गए थे।
मामले पर BJP और कांग्रेस में छिड़ी जंग !
आपको बता दें कि जबसे राज्यसभा में नोटो की गड्डी मिली है तबसे बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है बीजेपी का कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिये। तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि ये सब बीजेपी का षणयंत्र है ताकि उन्हें संसद के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब ना देना पड़े।
नोटो की गड्डी चाहे जिस किसी की भी हो लेकिन हमारा सवाल ये है कि आखिरकार इतनी बड़ी रकम संसद में ले जाने की जरुरत क्यों पड़ी ? क्या ये किसी साजिश के तहत था या फिर क्या सच में संसद में असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की डगर, क्या है षणयंत्र और क्या साजिशें वो तो आने वाले वक्त में दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जाएगा।