राजनीति (जनमत) :- कांग्रेस की महासचिव ने केंद्रीय सरकार पर जमकर हमला बोला और मौजूदा मंदी के हालत को भी भाजपा की कारगुजारियों के लिए जिम्मेदार भी ठहराया. वहीँ इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। रोजगार भी गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है? मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी की विकास दर (ग्रोथ रेट) घटकर 5% रह गई है। यह 6 साल में सबसे कम है। इससे कम 4.3% जनवरी-मार्च 2013 में थी। पिछली तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में गिरावट का जीडीपी ग्रोथ पर ज्यादा असर हुआ। उन्होंने ट्वीट किया कि न जीडीपी ग्रोथ है न रुपए की मजबूती।
आपको बता दे कि सरकार ने शुक्रवार को जीडीपी के आंकड़े जारी किए। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 27 अगस्त को कहा था कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री आर्थिक संकट का समाधान नहीं ढूंढ़ पा रहे। राहुल ने सरकार पर आरबीआई का धन हड़पने का भी आरोप लगाया था। रिजर्व बैंक ने बिमल जालान कमेटी की सिफारिशें मानते हुए कैश सरप्लस में से 1.76 लाख करोड़ रुपए सरकार को ट्रांसफर करने की सोमवार को मंजूरी दी थी। इस सेक्टर की ग्रोथ घटकर 0.6% रह गई। जनवरी-मार्च में 3.1% थी। राहुल ने आरबीआई लूटेड हैशटैग का इस्तेमाल कर लिखा था- आरबीआई से धन हड़पने का तरीका काम नहीं आने वाला है.