देश/विदेश (जनमत) :- जहाँ एक तरफ देश के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को लेकर देश की जनता चाँद की तरफ टक टकी लगाकर बैठी हैं वहीँ दूसरी तरफ इसरो भी अपनी ओर से कोई कोर कसार नहीं छोड़ना चाहता है. वहीँ इसी कड़ी में जानकारी मिल रही है कि लैंडर विक्रम को लेकर उम्मीदें अभी कम नहीं हुई हैं और चमत्कार की उम्मीद कायम हैं और अगर प्रयास सफल रहा तो आने वाले दिनों में विक्रम से सम्पर्क साधा जा सकता है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, चांद की सतह पर मौजूद विक्रम सही सलामत है और वह क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है।
वहीँ बताया जा रहा है कि विक्रम से संपर्क करने की लगातार हरसंभव कोशिश की जा रही है. चांद की सतह से महज 2.1 किमी दूर रहने के दौरान ही लापता विक्रम को इसरो ने एक दिन पहले ही खोज निकाला था। विक्रम को सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी, मगर उसे हार्ड लैंडिंग का शिकार होना पड़ा। वहीं, इसरो के एक और वैज्ञानिक ने कहा, चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे कैमरे ने जो तस्वीरें भेजी हैं, उससे यह पता चला है कि विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई थी। इससे विक्रम में कोई टूट-फूट नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि विक्रम से अब भी संपर्क हो सकता है और अगर ऐसा होता है तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा.