लखनऊ (जनमत) :- ऑपरेशन मिडनाइट के नाम पर लखनऊ पुलिस का आतंक राजधानी में किसी बेखौफ बदमाशों से कम नहीं है। यह हाल तब है जब लगातार बढ़ते संगीन अपराधों के बीच लखनऊ पुलिस की जमकर किरकरी हो रही है। ऐसे में भी लखनऊ पुलिस के जवानो का कहर फास्ट फ़ूड का ठेला लगाने वाले दुकानदार पर कैसे बरपा है.अपराधों को रोकने में फिसड्डी साबित हुई लखनऊ पुलिस के जवानो की करतूत देखिये — ये थाना आशियाना के किला चौराहे के पास का मंजर है। एक युवक को तकरीबन दर्जन भर हथियारों से लैस पुलिस कर्मी कैसे दौडा – दौड़ा कर पीट रहे है। बेरहम खाकी का तांडव सिर्फ इसी युवक तक सीमित नहीं था.. बचाव करने आये दूसरे व्यक्ति को भी पुलिस कर्मियों ने नहीं बख्शा और उसकी भी पिटाई कर दी। आखिर हथियारों से लैस पुलिस कर्मियों का यह तांडव क्यों चल रहा था माजरा बाद में समझ आया।
दरअसल जिस युवक को पुलिस कर्मी गुंडो की तरह पीट रहे थे वह फास्ट फूड़ की दूकान लगाने वाला व्यक्ति था। किला चौराहे के पास में ही राजेश नाम का व्यक्ति अपने भतीजे शिवम के साथ फास्ट फूड की दूकान चलाता है । सोमवार की देर रात कुछ पुलिस कर्मी उसकी दूकान पर चाउमीन खाने गए थे। आरोप है कि पैसा मांगने पर पुलिस कर्मियों ने पहले उसे भला – बुरा कहा और बाद में अपने साथी पुलिस कर्मियों को बुलाकर युवक की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस कर्मी दुकानदार की पिटाई इसलिए कर रहे थे कि क्योंकि पहले तो दुकानदार ने उनसे चाउमीन के पैसे मांग लिए थे और दूसरा वो देर रात तक दुकान को खोले हुए था। जिस वक्त पुलिस कर्मियों का यह सब तांडव चल रहा था ठीक उसी समय वहा लगे सीसीटीवी कैमरे में यह सब कैद हो रहा था। बाद में यही फुटेज सुबह से सोशल मीडिया के ग्रुप में चलने लगा। सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस महकमे और उनके दागी पुलिस कर्मियों की पोल खुलने से महकमा एक बार फिर से शर्मशार हो गया है।
Posted By :Ankush Pal