देश/विदेश (जनमत) :- गोवा के राज्यपाल सत्यापाल मलिक ने राजभवन की ओर से गांधीजी के 150वें जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने विधायकों को नैतिकता का पाठ पढ़ाया. वहीँ इस दौरान मलिक ने सत्ता में लालच और ताकत की चाहत का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने सभी से सार्वजनिक जीवन में नैतिकता अपनाने का आग्रह किया था, लेकिन आज तो इंसान विधायक बनने के बाद पागल हो जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को राजनीति में नैतिकता लाने का श्रेय दिया। मलिक ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि गांधीजी के राजनीतिक वारिसों ने ही उनके गुणों को भुला दिया।
साथ ही बताया कि हमने गांधीजी को राममनोहर लोहिया की दृष्टि से जाना। लोहिया मानते थे कि नाथूराम गोडसे ने सिर्फ गांधीजी के भौतिक रूप को मारा है। लेकिन उनके राजनीतिक वारिसों ने तो गांधीजी की आत्मा ही मार दी। उन्होंने गांधीजी के गुणों के स्तर को सिर्फ एक चरखे तक सीमित कर दिया। बापू में कोई अभिमान नहीं था। वे सरलता के साथ जीने वाले आदमी थे। आज भारत में कोई विधायक बनता है तो पागल हो जाता है। उन्हें गांधीजी से सीखना चाहिए।सत्यपाल मलिक को 25 अक्टूबर को कश्मीर से हटाकर गोवा का राज्यपाल बनाया गया था। उन्होंने 3 नवंबर को शपथ ली। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर में अपने समय को याद करते हुए कहा था कि पुरानी यादें अब तक दिल से नहीं गईं।
Posted By :- Ankush Pal