लखनऊ (जनमत) :- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन ने प्रशासन से आठ सुत्रिय मांगों को लेकर वार्ता के लिए निदेशक प्रशासन चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं से मिलने और अपनी मांगो को लेकर अपना पक्ष रखने का प्रयास किया लेकिन निदेशक इस दौरान वार्ता के लिए तैयार नहीं हुएं और प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात नहीं की. जबकि मुख्य सचिव के द्वारा स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि हर माह की पांच तारीख को विभाग्द्यक्ष संगठनों के प्रतिनिधि से मुलाक़ात करेंगे.
वहीँ निदेशक के प्रतिनिधि मंडल से मुलाक़ात न करने से जहाँ एक तरफ मुख्य सचिव के आदेशों की अवहेलना हुई है तो दूसरी तरफ इससे दुखी होकर प्रांतीय कार्यकारणी ने यह फैसला लिया है कि सभी पदाधिकारी जिलाध्यक्ष और विभाग्द्यक्ष द्वारा उत्पीड़ित सदस्य सामूहिक रूप से प्रदेश के किसी भी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में धरना देंगे और महामंत्री ब्रजेश पाण्डेय ने आत्मदाह करने का भी निर्णय लिया है, जिसके लिए प्रशासन स्वयम जिम्मेदार होगा.
Posted By :- Ankush Pal