उन्नाव (जनमत) :- उत्तर प्रदेश के उन्नाव की बिटिया से सामूहिक दुष्कर्म के 2 साल पुराने मामले में दोषी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। वहीँ इस मामले में कोर्ट ने कहा कि उसे मौत तक जेल में रखा जाए। भाजपा से निकाले गए सेंगर पर कोर्ट ने 25 लाख का जुर्माना भी लगाया गया, जो उसे एक महीने के अंदर जमा करना होगा। विधायक को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद पीड़िता की आंखें खुशी से नम हो गईं वहीं इंसाफ की लड़ाई में पिता सहित परिवार के चार लोगों को खो देने की पीड़ा के आंसू भी बहे। रायबरेली में हुए सड़क हादसे में घायल होने के बाद से दिल्ली के एम्स में इलाज के बाद से अस्पताल के ही हॉस्टल में परिवार के साथ रह रही पीड़िता के मुताबिक वह सुबह से ही परिवार के साथ टीवी के सामने बैठकर न्यायालय का फैसला आने का इंतजार कर रही थी।
इस दौरान कुलदीप सेंगर को उम्रकैद की सजा पर बताया कि उसे तसल्ली है कि आखिरकर झूठ हार गया और सच्चाई की जीत हुई। हालांकि उसका कहना है कि जबतक उसके पिता की हत्या करने वाले विधायक के भाई अतुल सेंगर व अन्य लोगों को भी उम्रकैद की सजा नहीं मिलेगी तबतक उसके लिए न्याय अधूरा ही है। उसे न्याय दिलाने की लड़ाई के दौरान ही पिता, दादी, चाची और मौसी की जान चली गई। मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाने के लिए विधायक के इशारे पर पिता को बेरहमी से इतना पीटा गया कि उनकी मौत हो गई। बताया कि उसकी व उसकी मां और बहनों की यही इच्छा है कि विधायक व उसके भाई पर चल रहे मामलों में भी न्यायालय उम्रकैद की सजा दे।
अब परिवार में केवल चाचा ही हैं जो सभी को संभाल सकते हैं और पालन पोषण कर सकते हैं। नौ साल के चचेरे भाई ने तो अपनी मां (पीड़िता की चाची) को हमेशा के लिए खो दिया जबकि पिता (पीड़िता के चाचा) 13 महीने से जेल में हैं। वह हर वक्त अपने माता-पिता के बारे में उनसे पूछता है। समझ में नहीं आता उसे क्या जवाब दें।
Posted By :- Ankush Pal