देश/विदेश (जनमत) :- देश की राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैदान में उपस्थित लोगो के साथ ही पूरे देश को संबोधित किया और इस दौरान एलान किया है कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी नागरिक की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि यह कानून लोगों को नागरिकता देने के लिए है। यह उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए ये कानून है। यह कानून दलित, पीड़ित, शोषितों के भविष्य के लिए पास हुआ है और इस कानून से किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है.
साथ ही विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पर्दे के पीछे नकाब में छिप कर लोगों में भ्रम फैला रही कांग्रेस को इस मामले में गांधीजी की तो बात माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि खुद महात्मा गांधी ने सात दशक पहले कहा था कि पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों का भारत में स्वागत करना चाहिए। अब जब हमने इसे साकार किया तो इनके पेट में चूहे दौड़ने लगे। इनके विचार रातोंरात बदल गए। मुझे मत मानो, गांधी की तो मानो।
Posted By :- Ankush Pal