संभल(जनमत):- उत्तर प्रदेश में विकास का दावा करने वाली योगी सरकार के लिए जनपद संभल के गुन्नौर तहसील की यह तस्वीरें सिर्फ एक नज़ीर भर नहीं है। सुशासन और विकास का दावा करने वाली प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ऐसे तमाम उदहारण मिल जायेंगे जहा पर जनप्रतिनधि और नौकरशाही की अनदेखी से चार पहिया वाहन से चलना तो दूर पैदल चलना भी दूभर है। अधिकारियों ने सुनी नहीं और जनप्रतिनधि ने भी यहाँ का हाल नहीं जाना ऐसे में यहाँ के स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री योगी से इस अंदाज़ में नाराज़गी का नायाब तरीका खोज निकाला।
दरअसल उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित भारतीय जनता पार्टी की गंगा यात्रा को लेकर तैयारियां बड़ी जोरों पर है। प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार के मंत्रियो का एक कुनबा भी इस यात्रा में शामिल होगा। यही वजह है कि गंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य जारी है। ख़ास तौर पर वहा तैयारियां और भी जोरो पर है जहा के जनपद के इलाको से यह यात्रा निकलेगी। इनमे से उत्तर प्रदेश का एक जनपद संभल भी है। यहाँ 29 जनवरी को मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा सम्भल के भारद्वाज आश्रम गंगा तट जाएगी।
जिस मार्ग से यात्रा निकलेगी वह ग्राम विचपुरी सैलाब है। यही वह मुख्य मार्ग जहा से गंगा यात्री आश्रम तक जा सकेंगे। हैरान और परेशान करने वाला मुद्दा यह है कि जिस मार्ग से यात्रा प्रस्तावित है उस मार्ग से चार पहिया वाहन जाना तो दूर पैदल भी चलना किसी जोखिम से कम नहीं है। अव्वल तो यह है कि यात्रा के प्रस्तावित रुट के मुद्दे पर अधिकारी गांव के मुख्य मार्ग तक पहुँचे ही नहीं।
ऐसे में यहाँ के लोगों ने सरकार के प्रति अपनी नाराज़गी प्रकट करने के लिए गंदगी और दलदल के बीच ही सीएम योगी के स्वागत के लिए बड़ी – बड़ी होर्डिंग्स लगवा दी है। सरकार से अपनी नाराज़गी दिखाने के लिए यहाँ के स्थानीय लोगों ने तरीका तो जरूर नायाब निकाला है और इस उम्मीद में भी है कि शायद सोये हुए अधिकारी और जन प्रतिनिधि इसी से ही जाग जाये और यहाँ के विकास की पहल शुरू करें।
हालांकि स्थानीय लोगों के इस तरीके से योगी सरकार का खूब मजाक भी बनाया जा रहा है।