लखनऊ (जनमत):- वर्ष के पहले शुरू हो रहे सत्र में विपक्ष के सहयोग के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में बहुजन समाज पार्टी विधान मंडल दल के नेता और अपना दल के नेता तो जरूर पहुंचे लेकिन कांग्रेस और सपा ने अपने प्रतिनिधि भेजे। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।
सत्र का पहला सम्बोधन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेगी इस बीच सदन की कार्रवाई निरंतर चलती रहे इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विपक्षी पार्टियों के सहयोग करने के लिए विधानभवन के कक्ष संख्या 15 में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। दूसरी तरफ सत्र के दौरान सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है। सपा के प्रदेश कार्यालय में विधायक मंडल की बैठक के बाद विधायक इरफ़ान सोलंकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह साल का पहला हाउस है।
गवर्नर के भाषण के दौरान किस तरह से विरोध करना है इसपर चर्चा हुई। इन्होने कहा कि हम विपक्ष में है और सत्र के दौरान सरकार को बताएँगे की सीएए और एनआरसी कितना गलत है। इरफ़ान सोलंकी ने कहा कि सत्र के दौरान विरोध में कागज के गोले नहीं फेके जायेंगे।