मनोरंजन (जनमत):- सबसे शानदार एक्शन थ्रिलर फ्रेंचाइज़ी मानी जाने वाली फिल्म कमांडो 3 एक चुस्त और दमदार एक्शन फिल्म है। यह इस सीरीज़ की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी है। अपनी अविश्वसनीय शारीरिक क्षमता दर्शाते हुए विद्युत जामवाल ने कमांडो करणवीर सिंह डोगरा के रोल में अपना सफर जारी रखा है, जिसमें वो एक पक्के देशभक्त यानी कि एक भारतवादी बने हैं। आदित्य दत्त के निर्देशन में बनी कमांडो 3 में अदा शर्मा, भावना रेडी के किरदार में और गुलशन देवैया खलनायक बुराक अंसारी के रोल में हैं। जहां ज़ी सिनेमा पर 31 मई को दोपहर 12 बजे, इस फिल्म का वल्र्ड टेलीविजन प्रीमियर होने जा रहा है, वहीं यह चैनल घर में रहने और खुद को सुरक्षित रखने के महत्व पर रोशनी डालते हुए यह संदेश दे रहा है कि ऐसा करके हर कोई एक कमांडो बन सकता है।
मैं इस बेहतरीन एक्शन थ्रिलर फ्रैंचाइज़ से जुड़कर बेहद उत्साहित हूं। इस प्रोजेक्ट में काम करना हमेशा मजेदार रहता है, क्योंकि मुझे एक कदम आगे बढ़कर अपनी कुशलता संवारने का मौका मिलता है। इस फ्रैंचाइज़ की तीसरी फिल्म के साथ इसके एक्शन का स्तर और ऊपर उठ गया है। एक्शन प्रेमियों के लिए यह एक परफेक्ट फिल्म है। इस फिल्म के हर दृश्य में खास तरह की तैयारी की जरूरत थी और मुझे हर स्टंट में महारत हासिल करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी। इसमें स्टंट्स का स्तर भी बिल्कुल अलग है और बेहतर परफॉर्म करने के लिए मैंने हर बार अपने लिए नए लक्ष्य निर्धारित किए और उन्हें हासिल करने की दिशा में काम किया। इन्हें पूरा करने पर मुझे जो खुशी मिलती है, उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
बॉलीवुड फिल्मों में लड़कियां हमेशा ही स्टंट और एक्शन दृश्य करती रही हैं। हालांकि हम उन्हें संपूर्ण एक्शन एक्टर्स के तौर पर नहीं देखते हैं। कमांडो 3 का एक्शन अंतर्राष्ट्रीय एक्शन फिल्मों के स्तर का है और यह कहते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है कि कमांडो 3 में मेरी को-स्टार्स अदा और अंगिरा जैसी लड़कियां उम्मीदों पर खरी उतरी हैं। उन्होंने कड़े प्रशिक्षण और मेहनत के साथ अपने रोल्स के साथ पूरा न्याय किया है। इन खूबसूरत और दमदार महिलाओं के साथ काम करना मेरे लिए खुशी की बात थी।
मैं खुद को बहुत लकी मानता हूं कि इस फिल्म और मेरे किरदार को दर्शकों का इतना प्यार मिला। ऐसा बहुत कम होता है कि किसी एक्टर की पहली ही फिल्म एक फ्रैंचाइज़ बन जाए। जब कमांडो एक फ्रैंचाइज़ बनी तो मेरी खुशी का ठिकाना ना रहा। आज भी जब मैं बाहर जाता हूं तो लोग मुझे कमांडो कहकर बुलाते हैं। मेरे लिए यह बहुत मायने रखता है क्योंकि इंडस्ट्री में बहुत-से लोगों के साथ ऐसा नहीं होता है। जब मेरी मां ने कमांडो 3 देखी तो फिल्म खत्म होते ही उन्होंने मुझे कॉल करके कहा, ‘‘बेटा, तुमने बहुत बढ़िया काम किया है। अब तुम्हें एक्शन के अलावा कुछ और भी करना चाहिए।‘‘यदि मौका मिला तो मैं परशुराम की बायोपिक करना चाहूंगा।
Posted By:- Amitabh Chaubey