कन्नौज (जनमत) :- पूरे देश में लॉक डाउन और कोरोना महामारी के बीच मई की तपती दुपहरी में एक प्रेमिका ने प्रेम की अनकही मिसाल पेश की और वो कर डाला जिसकी किसी को शायद उम्मीद ही नहीं थी. उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के तालग्राम में अपनी जान की परवाह किए बगैर तपती दोपहर में 80 किमी पैदल चलकर मंगेतर के घर पहुंचकर शादी रचाने वाली गोल्डी ने शुक्रवार को वट सावित्री का व्रत रखा और फिर विधि विधान से पूजन कर पति की दीर्घायु की कामना की।कानपुर देहात के थाना मंगलपुर के लक्ष्मण तिलक गांव की रहने वाली गोल्डी गुरुवार को अपने घर से 80 किमी का सफर पैदलकर तय कर तालग्राम पहुंची थी। तेज धूप और भीषण गर्मी के बावजूद गोल्डी ने अपनी जान की परवाह नहीं की और लगातार पैदल चलते हुए मंगेतर के घर पहुंच गई।
यहां सकरवारा के प्राचीन मंदिर में बैसापुर निवासी वीरेंद्र कुमार राठौर के साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए।यहां सकरवारा के प्राचीन मंदिर में बैसापुर निवासी वीरेंद्र कुमार राठौर के साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए।पैरों में पड़े छालों की परवाह न करते हुए शुक्रवार को वट सावित्री व्रत रखा। इसके बाद गोल्डी ने शुद्ध जल, रोली, कच्चा सूत, भिगोया चना, फल, धूप और गुलगुलों से विधि विधान से पूजा की। वट वृक्ष में कच्चा धागा लपेट कर परिक्रमा कर पति की दीर्घायु की कामना की। फिर अपनी सास के साथ गांव में आधा किमी दूर जाकर वट वृक्ष की पूजा की।सास ने भी बहू को परंपरा व पूजा के तौर तरीके बताए।
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, Janmat News.