देश/विदेश (जनमत) :- कोरोना वायरस के कहर के बढ़ते संक्रमण के खौफ ने मुस्लिम भाइयों की मीठी ईद को भी फीका कर दिया है। लोग घर पर, घर की छतों पर नमाज पढ़कर ईद मना रहे हैं। इस दौरान न तो कोई गले मिल रहा है और न ही उस जिंदादिली से बधाई दे रहा है, जैसे कभी दी जाती है. मुस्लिम परिवारों के मुताबिक यह देश की पहली ऐसी ईद होगी, जिस पर लोग मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ेंगे, ना किसी के घर जाएंगे, ना ही गले मिलकर किसी से हाथ मिलाएंगे। वहीं, आजाद भारत के इतिहास में यह पहला मौका है जब ईद के रोज दिल्ली की जामा मस्जिद समेत सभी मस्जिदें बंद हैं। इसी के साथ लोग सुबह 7 बजे से घरों में ही रहकर ईद की नमाज अदा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि ईद की नमाज पढ़ने का समय सुबह 7 बजे से शुरू हो कर 11.15 बजे तक है। इस बीच कुछ लोग घरों से बाहर भी निकले हैं, लेकिन फीजिकल डिस्टेंसिंग का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है. उधर, नियमों के उल्लंघन के मामले भी सामने आए हैं। ऐसा पहली बार है, जब लोग ईद की खुशियों में मस्जिदों को शामिल नहीं कर पाएंगे। इस पाक मौके पर मस्जिदों में रौनक देखते ही बनती थी। नए-नए कपड़ों में बच्चों की मस्ती माहौल को खुशनुमा बनाती हैं ।
इस दौरान कई मस्जिद के शाही इमामों ने सभी से घरों में ही अपनी सहूलियत के अनुसार नमाज पढ़ने की गुज्जारिश की और नमाज में देश को इस बीमारी से निजात मिलने की दुआ करने की भी अपील की है।
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, janmat News.
“”जनमत परिवार की तरफ से सभी देशवासियों को
“ईद” की मुबारकबाद!””