देश/विदेश (जनमत) :- वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के बीच हुए लॉकडाउन ने बहुतों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. किसी के अरमान, तो किसी के दिल और किसी की शादियां तक टूट गईं है. इसी के साथ ही लॉक डाउन शादियों के लिए बड़ा साइड इफेक्ट साबित हो रहा है. कई लोग ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि दिसंबर में भी शादी की तारीख रखे या न रखें. क्योंकि इससे पहले भी बहुत जयादा आर्थिक नुकशान हो चूका है. इसी कड़ी में गोरखपुर के शास्त्रीपुरम की रहने वाली प्रेमलता मिश्रा की 5 बेटियां और दो बेटे है. जिनमे 5 बेटियों के बाद अब बड़े बेटे की शादी तय थीं. जो 4 मई को शादी होनी थी. लेकिन लाकडाउन के कारण न तो शादी हो सकी. न ही बेटा बेंगलुरु से घर आ पाया. अब मौजूदा हालातों को देखकर शादी के कार्यक्रम को लेकर पूरा परिवार असमंजस की स्थिती में हैं,
वहीँ परिजनों के मुताबिक 4 मई को शादी प्रस्तावित थी. लगभग तैयारियां पूरी हो चुकी थी लेकिन कोरोना महामारी के बीच हुए लॉक डाउन में शादी कैंसिल करनी पड़ी जिसके चलते परिवार को काफी आर्थिक नुक्सान का सामना करना पड़ा. अब दिसंबर में फिर शादी का विचार बन रहा है. लेकिन परिवार अभी तक ये तय नहीं कर पा रहा है, कि लॉक डाउन और कोरोना संक्रमण के माजूदा हालातों के बीच भविष्य भी अंधाकारमय होता नज़र आ रहा है. इस लॉकडाउन में बहुतों के अरमान टूट गए. शादी अभी टूटी. लेकिन फिर भी उम्मीदें कायम हैं कि फिर अच्छा समय आएगा और शादियां दुबारा धूम धाम से सम्पन्न होने लगेंगी.
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, Janmat News.