लखनऊ(जनमत).उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा टेरर फंडिंग मामले में 11 लोगो की गिरफ़्तारी के बाद एक और गिरफ़्तारी हुई है। इस बार एटीएस ने बीएसएफ और एमआई यानि मिलेट्री इंटेलिजेंस के सहयोग से पाकिस्तानी आएसआई एजेंट के हनी ट्रैप में फसकर जासूसी करने वाला एक बीएसएफ जवान अच्युतानंद मिश्रा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गिरफ्तार आरोपी ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सूचनाएं आईएसआई एजेंट के साथ साझा की है। आरोपी बीएसएफ के जवान से और अधिक पूछताछ करने के लिए एटीएस अब न्यायालय से इसको रिमांड पर लेगी ताकि इसके और नेटवर्क का पता लगाया जा सके। इसके अलावा 13 अगस्त को एटीएस द्वारा गिरफ्तार किये गए असम निवासी आतंकी कमर – उज – जमा मामले में डीजीपी ने अहम खुलासा किया है।
लखनऊ में संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा टेरर फंडिंग करने के मामले में गिरफ्तार किये गए 11 लोगों के बाद अब बीएसएफ के जवान की गिरफ़्तारी की गई है। डीजीपी ने बताया कि आरोपी जवान की गतिविधियों के बारे में काफी में काफी दिनों से सूचनाएं मिल रही थी जिसके बाद जाँच की गई और आरोपी को यूपी नोएडा से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी बीएसएफ का जवान अच्युतानंद मिश्रा रीवा, मध्यप्रदेश का रहने वाला है और यह बीएएसएफ में कांस्टेबल के पद पर वर्ष 2006 में भर्ती हुआ था। डीजीपी ने बताया कि आरोपी पकिस्तासनी आईएसआई द्वारा निर्मित एक फेक आईडी के सम्पर्क में वर्ष 2016 में आया था। इसके बाद से यह लगातार फेक आईडी के व्हाट्सअप ग्रुप के सम्पर्क में बना रहा और इस दौरान कई महत्वपूर्ण सूचनाएं साझा की जिसके कारण यह धारा 3,4,5,9 officials secrets act 121a ipc ,66 d it act का अपराध बनता है। डीजीपी ने बताया कि हनी ट्रैप में फसे आरोपी जवान को पकिस्तासनी एजेंट द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए भी कहा गया था। ओमप्रकाश सिंह ने बताया की आरोपी से अधिक पूछताछ के लिए उसको रिमांड पर लिया जायेगा।
13 अगस्त को यूपी के कानपुर जिले से गिरफ्तार किये गए हिज्बुल आतंकी कमर – उज – जमा से रिमांड के दौरान पूछताछ में कई चौकाने वाली जानकारी एटीएस को हासिल हुई है। यूपी के आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि आतंकी कमर – उज – जमा ने जून 2017 में हिजबुल ज्वाइन किया,किश्तवाड़ में इसने ट्रेनिग ली अप्रैल 2018 में सामने आया। कमर – उज – जमा की गिरफ़्तारी और रिमांड के बाद असम पुलिस ने कुल 7 लोगो को गिरफ्तार किया है। आईजी एटीएस के मुताबिक असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार फारूकी, शाहनवाज और रिजवान को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। आईजी एटीएस ने आतंकी के कोड वर्ड का भी खुलासा किया है। आईजी एटीएस ने आतंकी द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे कोड वर्ड सुसाइड बेल्ट और सामान के बारे में कहा कि सामान का मतलब ak 47 था।
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