लखनऊ(जनमत).हमेशा की तरह इस बार के भी प्राधिकरण दिवस में लखनऊ विकास प्राधिकरण के कार्यालय में फरियादियो की भीड़ जुटी रही। महीने के तीसरे गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में प्राधिकरण दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें मौके पर ही तमाम फरियादीय की समस्याओं का निस्तारण किया जाता है और जो गंभीर समस्या होती है उसपर भी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कार्रवाई का निर्देश देते है। हालांकि ऐसे में तमाम फरियादी है जो सालो से प्राधिकरण के चक्कर काट रहे है लेकिन उनकी समस्या जस का तस बनी हुई है।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण ओल्ड बिल्डिंग में प्राधिकरण दिवस का आयोजन सुबह 10 बजे से शुरू हुआ है। प्राधिकरण दिवस में एलडीए के उपाध्यक्ष प्रभुनाथ सिंह के साथ ही तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद थे। जैसे ही प्राधिकरण दिवस शुरू हुआ इसमें दर्जनों फरियादियो की भीड़ उमड़ पड़ी। ये ऐसे फरियादी थे जिन्होंने एलडीए से कभी प्लाट या घर लिया था उनकी रजिस्ट्री तो हो गई थी लेकिन आबंटियों को कब्जा नहीं मिला था। कई आबंटियों को कब्ज़ा भी मिल गया था लेकिन मूलभूत सुविधाओं के नाम पर वहा पर कुछ भी नहीं था। ऐसे तमाम फरियादियो की समस्याओं को खुद एलडीए वीसी देख रहे थे और संबंधित अधिकारियों को उसका निस्तारण करने का निर्देश भी दे रहे थे। सचिव एलडीए मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि प्राधिकरण दिवस में कई लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया गया।
प्राधिकरण दिवस में ऐसे में तमाम फरियादी आये जो पिछले एक, दो साल नहीं बल्कि कई सालो से चक्कर काट रहे लेकिन उनकी समस्याएं आज भी जस का तस बनी हुई है। बाजारखाला के ऐशबाग निवासी गायत्री गुप्ता नाम की महिला तो ऐसे फरियादी थी जो पिछले 32 सालो से न्याय के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के चक्कर काट रही है। इस दौरान उनको न्याय तो नहीं मिला लेकिन दबंग भूमाफियाओं ने उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज करा दिए।
पेशे से अधिवक्ता पीड़िता गायत्री गुप्ता का कहना है कि लखनऊ का जिला और पुलिस प्रशासन भी दबंगो से मिला हुआ है यही वजह है कि आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता के मुताबिक उसकी पुस्तैनी जमीन पर दबंग भूमाफियाओं ने न सिर्फ कब्ज़ा कर रखा है बल्कि आरोपियों द्वारा उनके खिलाफ फर्जी मुक़दमे भी दर्ज करा दिए।
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