“सूरमा भोपाली” हुए सुपुर्द-ए-खाक….

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मनोरंजन जगत (जनमत) :- दिग्गज अभिनेता और कॉमेडियन जगदीप उर्फ सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी को मुस्तफा बाजार मझगांव स्थित शिया कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक किया गया। उनके बेटे जावेद सुबह ही पार्थिव देह को लेकर कब्रिस्तान पहुंच चुके थे। बुधवार रात करीब 8:30 बजे मुंबई स्थित घर में जगदीप का इंतकाल हुआ। वे अभिनेता जावेद और नावेद जाफरी के पिता थे। उनकी मुस्कान नाम की एक बेटी भी है। बताया जा रहा कि 81 साल के जगदीप लंबे समय से बीमारियों से परेशान चल रहे थे। हालांकि, करीब डेढ़ बजे तक परिवार को जगदीप के पोते और जावेद के बेटे मीजान जाफरी के आने का इंतजार करना पड़ा, जो किसी काम के सिलसिले में मुंबई से बाहर थे।

दरअसल, जब ‘शोले’ के राइटर सलीम-जावेद कहानी लिख रहे थे, तब जगदीप ने खुद उन्हें भोपाल के एक फॉरेस्ट ऑफिसर के बारे में बताया था, जिसे सूरमा कहा जाता था। जगदीप ने सूरमा की खासियत के बारे में भी सलीम-जावेद के साथ डिस्कशन किया था, जिन्हें फिल्म में शामिल किया गया। यह खुलासा खुद जगदीप ने एक इंटरव्यू में किया था।जगदीप ने बतौर निर्देशक किरदार ‘सूरमा भोपाली’ पर 1988 में इसी टाइटल के साथ फिल्म बनाई और उन्होंने ही इसमें मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म को उनके बेटे नवेद ने प्रोड्यूस किया था। अमिताभ बच्चन, रेखा और धर्मेंद्र ने इसमें कैमियो किया था। जगदीप रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ (1975) के किरदार सूरमा भोपाली के नाम से पॉपुलर थे। यह बात कम ही लोग जानते होंगे कि इस किरदार की खोज का क्रेडिट भी उन्हें ही जाता है।

Posted By:- Ankush Pal

Correspondent,Janmat News.