न्यायालय के आदेश के बाद भी पीड़ित को नहीं मिली “राहत”…

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सोनभद्र (जनमत) :- यूपी के सोनभद्र में नौकरशाही  बेलगाम होती नज़र आ रही है और बिना रिश्वत कोई काम होता नज़र नहीं आ रहा है, दरअसल जिले के पिपरी स्थित सिंचाई विभाग के रिहन्द खंड में संवेदनहीनता की पराकाष्ठा देखने को मिली. आपको बता दे कि पिपरी निवासी  गुरुकृपा ट्रस्ट के संचालक प्रवीण चन्द्र पांडेय ने जनपद के अपर जिलाधिकारी को  भ्रष्टाचार की शिकायत की है। अपर जिलाधिकारी को भेजे पत्र के जरिये अवगत कराया गया कि पिपरी निवासी संविदाकार हीरालाल ने रिहंद बांध सिविल खंड में वर्ष 2012 में कुछ कार्य कराए थे पर सब कुछ ठीक हो जाने के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों ने कतिपय कारणों से संविदाकार का भुगतान नहीं किया।

संविदाकार को वर्ष 2016 में माननीय न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। न्यायालय ने लगभग 1 वर्ष बाद वर्ष 2017 में 30 दिनों के अंदर मय ब्याज सहित भुगतान का आदेश दिया। लेकिन इसके बावजूद संविदाकार का भुगतान नहीं हो पाया. वहीँ पैसों की कमी से वो 2017 में ही चल बसा। संविदाकार की मृत्यु के बाद पुत्र संतोष विभाग का चक्कर  काटने को मजबूर है लेकिन नौकरशाही के आगे उनकी एक नहीं चली और भुगतान फिर भी नहीं हुआ।

सहायक अभियंता से मिलने पर 15 फ़ीसदी रिश्वत की मांग की गयी. और बताया गया कि भुगतान बिना ब्याज के दो किस्त में होगा और पहली किस्त के भुगतान के बाद रिश्वत मिलने पर दूसरे किस्त का भुगतान कर दिया जाएगा. इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता  पंकजपाणी शुक्ला  के मुताबिक  संविदाकार की मृत्यु के बाद कुछ औपचारिकताएं पूरी नहीं की गई थी जिसे परिजनों ने पूरा कर लिया है भुगतान की कार्यवाही चल रही है जल्दी भुगतान कर दिया जाएगा।

Posted By:- Ankush Pal

Reported By:- Sharad Somani, Sonbhadra.