अलीगढ (जनमत):- नटवरलाल यह वह नाम है जिसकी गिनती भारत के प्रमुख ठगों में होती है। नटवरलाल के बारे में कहा जाता है कि उसने ठगी करते हुए हिंदुस्तान की धरोहर ताज महल, लाल किला, राष्ट्रपति भवन और संसद भवन को कई बार सरकारी कर्मचारी बन कर बेच दिया था। ऐसे ही एक नटवरलाल का कारनामा अब उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में देखने को मिला है।
यहां पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के बाहर इंडियन एयरफोर्स के प्रतीक के रूप में वर्ष 2009 से खड़े हुए एक फाइटर प्लेन को बेचने के लिए किसी नटवरलाल ने ओलेक्स की साइट पर पोस्ट कर दिया। पोस्ट किये गए विज्ञापन में फाइटर प्लेन की कीमत 99 करोड़, 99 लाख, 9 हजार, 9 सौ 99 रूपये बताई गई है। मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो नटवर लाल ने ओलेक्स की साइट से पोस्ट कर डिलीट कर दिया।
दरअसल इंडियन एयरफोर्स ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को वर्ष 2009 में माइको यान mig-23 बीएन फाइटर एयरप्लेन को गिफ्ट किया था। जिसके बाद प्लेन को एएमयू के इंजीनियर विभाग के बाहर एक प्रतीक के रूप में स्थापित कर दिया गया। इसका इस्तेमाल एयर फोर्स ने कई महत्वपूर्ण युद्ध में किया था। लगभग 28 साल तक इंडियन एयरफोर्स में इस प्लेन की अहम भूमिका थी।
इस पूरे मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ मोहम्मद वसीम अली का कहना है कि साइट पर डाली गई पोस्ट पूरी तरह से फेक है। इसका विश्वविद्यालय से कोई लेना देना नहीं है। इसको बेचने से संबंधित यूनिवर्सिटी ने कोई ऐसा कदम नहीं उठाया है। प्रॉक्टर का कहना है कि हम इसकी इंक्वायरी कराएंगे और यह जानकारी करेंगे कि पोस्ट को किसने डाला है। साथ ही प्रॉक्टर ने यह भी बताया कि फ़िलहाल यह विश्वविद्यालय के छात्रों का काम नहीं है।
Posted By:- Ajay Kumar