मुजफ्फरनगर (जनमत):- कोरोना काल में ऑनलाइन एजुकेशन को भी कुछेक अध्यापको ने मखौल बना दिया है। ऑनलाइन एजुकेशन के नाम पर अध्यापक कैसे छात्रों के साथ भद्दा मजाक करते है इसका खुलासा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुआ है। यहाँ विकास खण्ड मोरना के प्राथमिक विद्यालय के बारें में हमारे संवाददाता को कुछ चौकाने वाली खबर लगी थी। खबर पर यकीन नहीं हुआ लेकिन खबर पुख्ता थी। यही वजह थी कि हमारे संवाददाता ने मौके पर पहुंच कर खबर की पड़ताल शुरू की। आपको हैरानी होगी कि जो खबर मिली थी वो शत – प्रतिशत सही थी।
अचानक पहुंची हमारी टीम को अध्यापक छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा देते हुए नहीं दिखे बल्कि मोबाइल पर मनोरंजन करते दिखे। अध्यापक गहरी नींद में सोये हुए थे और उनके बगल में रखें मोबाइल फोन पर फ़िल्मी गाने बज रहे थे।
अध्यापक की लापरवाही से साफ है कि ऑनलाइन एजुकेशन के नाम पर भाजपा सरकार और उनके मंत्री वाह – वाही लूट रहे लेकिन हकीकत क्या है आप देख ही चुके होंगे। अब सवाल यह है कि ऐसे लापरवाह और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले के खिलाफ जिम्मेदार कोई कार्रवाई भी करते है या फिर ऐसे ही बच्चों के भविष्य के साथ यह खिलवाड़ करते रहेंगे।