गोरखपुर (जनमत):- वैश्विक महामारी कोरोना ने जहाँ एक तरफ पूरी दुनिया की जीवन शैली को प्रभावित किया है, वहीँ इसके चलते बहुतों का करियर भी दांव पर लग गया है. इसका एक जीता-जागता उदाहरण सीएम योगी के शहर गोरखपुर में देखने को मिला, जहाँ बॉस्केटबाल के नेशनल जूनियर खेल चुके खिलाड़ी को इस क़दर तंगहाली का सामना करना पड़ा की देश का नाम रौशन करने की जगह पर मुफलिसी के चलते सब्जी का ठेला लगाना पड़ रहा है. चाय-पान की दुकान चलाने वाले पिता की दुकान जब लॉकडाउन में बंद हो गई, तो घर का खर्च चलाना ही मुश्किल हो गया. लेकिन, जिस पिता ने बड़े अरमानों के साथ बेटे का करियर संवारा था, उसके सपने भी बेटे के सपनों के साथ चकनाचूर हो गए हैं.
सुरेन्द्र बीए दितीय वर्ष के छात्र हैं और सीएम योगी के कर कमलो से सम्मानित भी हो चुकें हैं, जिसके बाद बॉस्केटबाल में करियर बनाने की ठानी. बहुत से सीनियर खिलाडि़यों को रेस में पीछे छोड़ते हुए, वो कामयाबी की सीढ़ी लगातार चढ़ते गएँ, लेकिन कोरोना महामारी ने इनके सपनो को चकनाचूर कर दिया, सुरेन्द्र ने बताया कि सब्जी का ठेला लगाने के चलते परिवार और पिता को धक्का लगा है, लेकिन, लॉकडाउन की वजह से खेल ठप पड़ा है.
ऐसे में रोजगार की जरूरत सताने लगी जिसके चलते आखिरकार सब्जी बेचने को मजबूर हो गएँ, हालाँकि इसके बाद भी समय निकालकर प्रैक्टिस करते हैं और आगे खेलना भी चाहते हैं, इसके बावजूद सब्जी बेचने के इस काम से उन्हें कोई शर्म नहीं है, फिलहाल सरकार को ऐसे राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ीयों के लिए दो जून की रोटी का इंतज़ाम ज़रूर करना चाहिए…. .
Posted By:- Ankush Pal….
Reported By:- Ajeet Singh…