देवरिया (जनमत):- उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में सरकार द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छता अभियान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।करोड़ों रुपया खर्च कर स्वच्छता अभियान के तहत केंद्र सरकार शौच मुक्त भारत बनाना चाहती है । लेकिन अधिकारी और ग्राम प्रधान की मिली भगत से कोरोडो रुपये लूट लिए जा रहे हैं जो सरकार को पता भी नही चलता है । विकास खंड भाटपाररानी के नव सृजित ग्राम पंचायत बेल्थरा में प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी ने विकास के नाम पर लाखों रुपए के वारे न्यारे कर सरकारी धन को हड़प लिया है। वहीं शौचालयों के निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है व मानक विहीन शौचालय का निर्माण प्रधान द्वारा करा दिया गया है।
मामला है जनपद मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर भाटपाररानी ब्लॉक के बेल्थरा गांव का जहाँ गांव में दो हजार मतदाता हैं। बेल्थरा गांव के ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने ग्रामीणों को धोखा देकर इस गांव में स्वच्छता अभियान के तहत जो शौचालय बनाए है वह कागजो में तो फिट है लेकिन मौके पर मौत का घर है । ग्रामीण इस शौचालय में जाने से डरते है।
अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि इस गांव में स्वच्छता अभियान के नाम पर केवल ईट सजाया गया है जो शौचालय बने हैं। वह बल्ली के सहारे खड़े हैं । यह शौचालय गांव को स्वच्छ मुक्त तो नही कर सकते है लेकिन लोगो को मौत के घाट जरूर उतार देगा। गाँव के लालजी यादव ने बताया कि विकास के नाम पर प्रधान व सचिव द्वारा लाखों रुपए का चुना लगाया गया है। शौचालय के साथ अन्य विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर लूट खसोट किया गया है। वहीँ सड़क निर्माण व नाली निर्माण में भी काफी मानक विहीन कार्य कराकर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है।
ग्रामीण मंगल चौहान ने बताया कि हमारे गाँव में अधिकांश काम सिर्फ कागजों में पूरे किए गए हैं। जबकि मौके पर काम नदारद है। शिकायत कर्ता पंकज पांडेय का कहना है कि यहां के ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा मिलकर सरकार के करोड़ों रुपये को विकास के नाम पर हड़प लिया गया है। इसी गांव में एक ही इंटरलॉकिंग को बार-बार दिखा कर लाखों रुपए हड़प लिए गए हैं।वहीं शौचालयों के घटिया निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। बेल्थरा गांव में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और अधिकारियों पर आरोप लगाया कि मनरेगा मजदूरी के नाम पर घर बैठे प्रधान द्वारा बैंक कर्मियों से सांठगांठ करके पैसा निकाल लिया जाता है वहीं मनरेगा का कार्य कागजो में काम पूरा तो हो जाता है लेकिन धरातल पर नही देखा जाता।
जिला पंचायत राज अधिकारी आनंद प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। शिकायत कर्ता द्वारा शपथ पत्र के माध्यम से शिकायत जिलाधिकारी को दिया जाए,जिसके आधार पर जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। प्रधान प्रतिनिधि एस के पाठक ने बताया कि मेरे ऊपरी जो भी आरोप लगाए गए हैं पूरी तरह निराधार है। सरकार द्वारा शौचालय के लिए मिली धनराशि को पात्रों को उनके खाते में दे दिया गया है। अन्य किसी भी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं बरती गई है।
मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणपा जी एन ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जनपद स्तरीय अधिकारी से जांच कराई जाएगी व दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होगी । सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार के साथ मोदी सरकार जहाँ विकास व स्वच्छता के नाम पर करोड़ो रूपये गाँव मे भेज रही है वहीं गाँवों में स्थिति ठीक उलट है। सरकार का अधिकांश पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रहा वहीँ इस अनियमितताओं को लेकर ग्रामीण अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। परंतु दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई बहुत मुश्किल से हो पा रही है। भाटपार रानी विकास खंड के बेल्थरा में क्या मामला सामने आएगा यह तो आने वाला ही बतातेगा।