गोरखपुर (जनमत):- पूर्वोत्तर रेलवे में विनय कुमार त्रिपाठी ने महाप्रबन्धक का पदभार ग्रहण कर लिया है। इस से पहले विनय कुमार त्रिपाठी रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली में अपर सदस्य/संकर्षण के पद पर कार्यरत थे। रूड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की उपाधि प्राप्त करने के बाद त्रिपाठी 1983 बैच के भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग सेवा(Indian Railways Electrical Engineering Service) (आई.आर.एस.ई.ई.) के अधिकारी के रूप में रेल सेवा में आये। इनकी पहली नियुक्ति उत्तर रेलवे में सहायक विद्युत इंजीनियर के पद पर हुई।
त्रिपाठी ने उत्तर रेलवे, मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे में विद्युत इंजीनियरिंग विभाग के अनेक महत्वपूर्ण पदो के उत्तरदायित्व का निर्वहन बखूबी निभाया। त्रिपाठी ने मण्डल रेल प्रबन्धक, उत्तर मध्य रेलवे, इलाहाबाद तथा मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर एवं अपर महाप्रबन्धक, पश्चिम रेलवे जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कुशलतापूर्वक कार्य किया । त्रिपाठी ने स्विटजरलैंड एवं अमेरिका में उच्च प्रबन्धन में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। त्रिपाठी ने अद्यतन तकनीक के तीन फेज वाले विद्युत लोकोमोटिव के विकास एवं इसके स्वदेशीकरण में सराहनीय योगदान दिया है। ये इंजन आज भारतीय रेल के अग्रवाहक हैं। त्रिपाठी को रेल प्रबन्धन का गहन अनुभव है तथा ये रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों में समान रूप से लोकप्रिय हैं।
इन्होने रेलवे के लिए बहुत योगदान किया है और एक अधिकारी के रूप में हमेशा से अपने कार्यो को जिमेदारी से निभाया है| वही त्रिपाठी जहाँ अपने कार्य को लेकर बेहद संवेदनशील रहेतें हैं, वहीँ समय समय पर रेलवे से जुड़ी सुविधओं और परेशानियों को दूर भी करते रहे हैं और यात्रियों की सुविधाओं के लिए हमेशा तत्पर रहे हैं| वहीँ इनके कार्यों के देखतें हुए इन्हें कई बार उच्च अधिकारियों और रेल करमचारियों द्वारा सराहा भी गया है|
Posted By:- Amitabh Chaubey (Janmat News)