लखनऊ (जनमत):- एक दिन पहले ही करवाचौथ के त्यौहार में महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु के लिए व्रत रख चुकी है। महिलाओं ने तो अपने पति के लम्बी आयु के लिए व्रत रक्खर अपना पति धर्म निभा चुकी है। ऐसे पतियों का भी फर्ज बनता है कि वह भी अपनी पत्नियों सुरक्षा के लिए सतर्क और सजग रहे। शायद यही सोच रही होगी आशुतोष सोती की भी जिन्होंने करवाचौथ के एक दिन पहले ऐसी महिलाओं को हेलमेट बाटें जिनको किसी न किसी कारणवश अपने – अपने पतियों के साथ घर से बाहर निकलना पड़ता है।
ऐसी ही महिलाओं के लिए शुभम सोती फॉउन्डेशन की ओर से लखनऊ के 1090 चौराहे पर निःशुल्क हेलमेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन इसलिए भी ख़ास था क्योंकि लखनऊ में इस समय कमिश्नरेट पुलिस द्वारा यातायात महीनें का भी आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजन के पीछे का मकसद साफ था कि अगर दो पहिया सवार हेलमेट को पहने है तो उनके साथ पीछे बैठी सवारी को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य है। यातायात पुलिस और शुभम सोती फॉउन्डेशन के संयुक्त सड़क जागरूकता अभियान का केंद्र बिंदु दो पहिया वाहन सवार वो लोग थे जो खुद तो हेलमेट पहने थे लेकिन उनके पीछे बैठी पत्नी या फिर कोई अन्य करीबी रिश्तेदार महिला बिना हेलमेट के सड़क पर फर्राटा भर रहे थे।
यातायात पुलिस के सहयोग से ऐसे लोगों को चिन्हित कर 1090 चौराहे पर न सिर्फ महिलाओं को रोककर हेलमेट पहनाया गया बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति उनको जागरूक भी किया गया। इस मौके पर एडीसीपी ट्रैफिक पूर्णेन्द्र सिंह ने बताया कि सड़क सुरक्षा के नज़रिये से हेलमेट बहुत बड़ा महत्वपूर्ण उपकरण है। एडीसीपी यातायात ने बताया कि हम लोगों ने बहुत प्रयास किया कि कोई एनजीओ इस अभियान में साथ दे। इस अभियान में शुभम सोती फॉउन्डेशन ने यातायात पुलिस का सहयोग किया। उन्होंने बताया कि 1090 चौराहे पर हमने शुभम सोती फॉउन्डेशन के साथ मिलकर एक अभियान के तहत बाइक के पीछे बैठी महिला जिनमे वो पत्नी हो सकती, बहन हो सकती है या फिर कोई और करीबी रिश्तेदार महिला।
ऐसे लोगों को संयुक्त अभियान के तहत हेलमेट दिए गए है। साथ ही जिनको हेलमेट दिया गया है उनसे अपील की गई है कि वह हेलमेट को हमेशा पहने। पूर्णेन्द्र सिंह ने मीडिया के माध्यम से सभी लोगों से अपील की है कि हेलमेट को अवश्य पहने और 4 साल से अधिक उम्र के बच्चे को भी हेलमेट पहनाएं। ताकि किसी भी सड़क दुर्घटना से बचा जा सकें। शुभम सोती फॉउन्डेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती एक वह शख्स है जिन्होंने एक सड़क हादसे में अपने बेटे की जान को गवा चुके है। बेटे के जाने के गम के बाद वो टूटे नहीं बल्कि संकल्प लिया कि अब किसी माँ की गोद इन हादसों की वजह से सूनी न रह जाये। अपने संकल्प के तहत कई साल पहले वह सड़क पर उतर और अपनी एनजीओ शुभम फॉउन्डेशन के जरिये सड़क पर चल रहे लोगों को जागरूक करना करना शुरू कर दिया। आशुतोष सोती ने जो कारवां शुरू किया था उसने आज बड़ा रूप ले लिया है।
अब वह अपनी फॉउन्डेशन के जरिये और राजधानी की पुलिस के साथ मिलकर सड़क पर फर्राटा भर लोगों को जागरूक कर रहे है। इनकी इस मुहिम की अब काफी सराहना भी हो रही है। फिलहाल इस मौके पर शुभम सोती फॉउन्डेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बताया कि पिछले 11 सालों से उनकी एनजीओ सक्रिय है। जनसाधारण में लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और हेलमेट पहने ताकि सुरक्षित रह सके। आशुतोष सोती ने बताया कि हेलमेट पीछे बैठने वाले को भी पहनना अनिवार्य है। यही वजह है कि यातायात पुलिस के सहयोग से ऐसे लोगों को हेलमेट दिए गए और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने का उनसे अनुरोध किया गया। शुभम सोती फॉउन्डेशन के अध्यक्ष का कहना है कि करवाचौथ के दूसरे दिन ऐसे कार्यक्रम के आयोजन का मकसद महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा था। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा सभी की अनिवार्य है चाहे वह महिला हो यह फिर पुरुष।
Amitabh Chaubey (Correspondent Janmat News)