लखनऊ(जनमत):- लखनऊ के थाना पारा इलाके में जमीन के विवाद में हुई गोली बारी में तीन लोग घायल हुए है। घायलों में सभी एक ही परिवार के है। मामले में स्थानीय पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे है। हालांकि मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि विवाद को देखते हुए पुलिस द्वारा पूर्व में निरोधात्मक कार्रवाई की जा चुकी है। जमीन के विवाद में गैंगवार की तरह हुई घटना थाना पारा के रामपुर इलाके की है। यहाँ एक किसान ने अपनी जमीन सुनील रावत को बेचीं थी। सुनील ने जमीन की प्लॉटिंग कर उसको बेच दिया लेकिन किसान को उसका रुपया नहीं दिया। किसान लगातार रूपये मांगता रहा लेकिन सुनील उसको टरकाता रहा। अंत में किसान ने सुनील से कहा कि रूपये नहीं तो वह अपनी जमीन को वापस ले लेगा।
अशोक रावत ( पीड़ित किसान )
इसी के बाद पीड़ित किसान शुक्रवार को अपनी जमीन पर कब्ज़ा करने पंहुचा तो आरोपियों द्वारा घेर कर उस पर फायरिंग कर दी गई। पीड़ित किसान के बेटे अशोक रावत ने बताया कि सुनील, सुशील और उसका भांजा गोली चला रहे थे जबकि उसके अन्य साथी पथराव कर रहे थे। अशोक ने बताया कि गोलीबारी में उसके भाई उमेश को गोली लगी है। साथ ही दबंगो ने उसके माँ – बाप को भी गोली मारी है। अशोक ने बताया कि दबंगो द्वारा पहले भी उसके भाई पर हमला किया जा चुका है। पुलिस से इसकी शिकायत भी की गई थी लेकिन पुलिस ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। घटना वाले दिन भी मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
जमीन के विवाद में दलित समुदाय के बीच हुई गोलीबारी की घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को हॉस्पिटल भेजकर मामले की जाँच में जुट गई है। एसीपी काकोरी एस एम कासिम ने बताया कि घायलों की हालत स्थिर है। स्थानीय पुलिस पर लगे गंभीर आरोपों के बारे में उन्होंने कोई सटीक जवाब तो नहीं दिया लेकिन यह जरूर बताया कि मामले में स्थानीय पुलिस पूर्व में निरोधात्मक कार्रवाई कर चुकी है।