प्रतापगढ़(जनमत):- उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक पार्टियां भी अब सामने आ रही हैं। सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतापगढ़ से किसान चौपाल लगाने की शुरुआत करने का एलान किया था, लेकिन सुबह से ही प्रशासन ने सपा कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया है। वहीं पुलिस ने दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है प्रतापगढ़ किसान बिल वापसी की मांग को लेकर किसानों द्वारा आठ दिसंबर मंगलवार को बंदी का ऐलान किया गया है।
बंदी को समाजवादी पार्टी के सहयोग के बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सपा कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी को सोमवार से प्रतापगढ़ समाजवादी पार्टी कार्यालय पर से किसान चौपाल का आयोजन कर रहे थे। रात से हमारी बड़े नेताओं की गिरफ्तारी की जा रही है। उसके विरोध में जब हम लोग निकले तो प्रशासन के लोग दम पर लाठी-डंडे से हम लोगों को रोकने का काम किया जा रहा है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को नजरबंद कर दिया गया है और हमारे पार्टी कार्यालय को भी बंद कर दिया गया है। हमारे कार्यालय में भी जाने के लिए रास्ता रोका गया था।
जहां से मैं पूरे आंटी से निकला हूं मेरे पूरे गाड़ियों का रास्ता रोक दिया गया है। हम लोग किसी तरह महात्मा गांधी और लोहिया के बताए हुए रास्ते पर शांति तरीके से इस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे इस आंदोलन में समाजवादी पार्टी के लोगों का पूरी तरीका से समर्थन है। जितना भी हो सकता है लाठी और गोली की सरकार से हम लोग नहीं करेंगे और निरंतर लड़ाई को आगे तक लड़ेंगे। चाहे हम लोगों को क्यों ना जेलों में जाना पड़े लेकिन इस इस आंदोलन को आगे बढ़ाते रहेंगे पूर्व विधायक सदर समाजवादी पार्टी के मुन्ना यादव ने कहां है।