लखनऊ(जनमत):- किसान संगठनों के भारत बंद की कॉल को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल ही अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिया था कि कोई भी जबरन दूकान या कोई प्रतिष्ठान बंद कराएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसान संगठनों और भारत बंद का समर्थन कर रहे अन्य प्रदर्शनकारियों ने इस निर्देश का पालन भी किया। अगर सूबे की राजधानी लखनऊ की बात की जाये तो यहाँ भी ऐसी कोई घटना नहीं दिखी जिसमे प्रदर्शनकारियों ने जबरन दुकानें बंद कराई। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने तो ऐसा नहीं किया लेकिन जाति प्रेम में सरकारी सेवा में रहते हुए ड्यूटी के दौरान कई सरकारी कर्मियों ने भारत बंद का खुलकर समर्थन किया।
थाना सरोजनीनगर में तैनात एक सब इंसेप्क्टर ने भारत बंद का न सिर्फ खुलकर समर्थन किया बल्कि अपने अधिकारियों और मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों को ठेंगा दिखाते हुए जबरन अपने इलाके की दुकानों को बंद करा दिया। एसआई आर.एस यादव के इस रौद्र रूप से इलाकाई दुकानदारों में दहशत का माहौल है। मामले में एक स्थानीय दुकानदार रविंद्र सक्सेना ने बताया कि बदालीखेड़ा चौकी इंचार्ज आर.एस यादव ने भारत बंद के समर्थन में सुबह ही लखनऊ एयरपोर्ट तिराहे की सभी दुकानें बंद करानी शुरू कर दी थी। आरोप है कि विरोध करने पर दुकानदारों को धमकाया भी गया। दुकानदारों का कहना है कि जबरन दुकानें बंद कराये जाने से उनका काफी नुकसान हुआ है।
बता दे कि जाति प्रेम में भारत बंद के समर्थन में समाजवादी पार्टी के आंदोलन में शामिल होने वालों में सिर्फ अकेले चौकी इंचार्ज आरएस यादव ही नहीं है। इनसे पहले सोमवार को जब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के आवास और पार्टी कार्यालय पर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन चल रहा था। उस वक्त ऑन ड्यूटी कई सरकारी मुलाजिम अपना कार्य क्षेत्र को छोड़कर धरने में शामिल होने आये थे। यह जरूर था कि कोई उनको पहचान न लिए इसलिए उन्होंने चेहरे को पूरी तरह मास्क से ढक लिया था। हालांकि इस कवायद के बाद भी सपा के प्रदर्शन में शामिल हुए सरकारी मुलाजिम मीडिया की नज़रों से बच नहीं पाए। वो बात अलग है कि उनके नामों को उजागर नहीं किया गया। सरोजनीनगर मामले में भारत बंद के समर्थन में जबरन दुकान कराने वाले चौकी इंचार्ज तो यहाँ खुलकर सामने आ गए है। पुलिस के अधिकारी इनपर क्या एक्शन लेते है यह फिलहाल देखने वाली बात है।