लखनऊ (जनमत):- यूपी में कई ऐसे भी अपने हैं जो वक़्त की मार झेलकर अपनों से दूर हो गएँ हैं, वहीँ इसी कड़ी में कुछ संस्थाओं के माध्यम से दूर हें अपने करीब आने लगें हैं, जो एक सुखद एहसास भी करता है. कुछ दिन पहले मेडिकल कॉलेज से एक वृद्ध माता जी को उम्मीद संस्था द्वारा जियामऊ रैन बसेरे में लाया गया। यह माता जी कई दिनों दे मेडिकल कॉलेज के मानसिक विभाग में भर्ती थी परंतु अपने बारे में ज्यादा न बता पाने की वजह से डॉक्टरों द्वारा उनको लगवारिस मरीज़ मानकर इलाज़ किया जा रहा था।
डॉक्टरों द्वारा उम्मीद संस्था से निवेदन किया गया कि उनकी देखभाल करने के लिए उनको रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाए और संस्था के रमेश जी द्वारा तत्काल प्रभाव से उनको उम्मीद संस्था द्वारा संचालित नगर निगम के जियामऊ रैन बसेरे में माता जी को ले आया गया। माता जी को संस्था द्वारा अपनाया गया इस बारे में संस्था ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर इस बात की सूचना जारी करी। कुछ लोगो ने शहर में सोशल मीडिया में जब यह खबर देखी तो उन्होंने माता जी को पहचान लिया और संस्था से संपर्क किया। संस्था द्वारा माता जी के बच्चो से संपर्क किया गया और वह खुशी का पल सबके सामने आ गया जब माता जी का बेटा उनको लेने तुरंत रैन बसेरे आ गया।
अपनी माता को देख कर दोनों एक दूसरे के गले लग गए और बहुत प्रसन्न हुए। माता जी का परिवार अब उनको अपने साथ अपने घर लगाया है और यह बहुत खुशी का पल है कि संस्था ने एक माँ को उनके बेटे से मिलाया। उम्मीद संस्था आप सभी धन्यवाद देती है जो संस्था द्वारा निस्वार्थ चालए जा रहे कार्यो में अपना योगदान प्रदान कर रहे है एवं संस्था आप सभी से निवेदन करती है कि संस्था द्वारा रोज निरंतर लंगर सेवा एवं चाय सेवा का आयोजन किया जा रहा है.
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Reported BY:- Ashish Kumar, Janmat News.