सोनभद्र (जनमत):- प्रदेश सरकार एक तरफ जहां भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है वहीं दूसरी तरफ सोनभद्र में प्रशासन की मिलीभगत से अवैध खनन का खेल धड़ल्ले से चल रहा है.। दुद्धी क्षेत्र में कोरगी बालू साइट की पर्यावरण की एनओसी को एनजीटी के रद्द कर दिए जाने के बाद भी स्थानीय अधिकारियों की मदद से धड़ल्ले से बालू खनन हो रहा है। बता दें कि लगभग एक माह पहले ही एनजीटी ने बालू ठेकेदार के जरिये स्टेट एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी यूपी (SEIAA) द्वारा जारी एनओसी को गलत तथ्यों पर आधारित बताकर इसे रद्द कर दिया था।
इस मामले में अभिनव ग्रामोद्योग विकास सेवा संस्थान के सचिव संदीप सिंह चंदेल ने बताया कि इनके द्वारा स्टेट एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी द्वारा कोरगी बालू साइड को दिए गए एनवायरमेंटल क्लीयरेंस के खिलाफ एनजीटी में याचिका दायर की थी इसके बाद एनजीटी ने उपरोक्त संस्था द्वारा दिए गए पर्यावरण अनुमति को रद्द कर दिया और बालू खदान का संचालन बंद करने का आदेश जारी किया है। वहीँ इस मामले में अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि एनजीटी द्वारा अनापत्ति प्रमाणपत्र निरस्त करने की कार्रवाई के बारे में फिलहाल कोई नकारी नहीं है , इस तरह का कोई मामला संज्ञान में आता है तो तत्काल कार्यवाही की जाएगी। बहरहाल एनजीटी के आदेश पर अभी तक जिला प्रशासन ने कोई भी कार्यवाई नही की है,और एनजीटी की रोक के बावजूद भी बालू का अवैध खनन जारी है।
posted By:- Ankush Pal…
Reported By:- Sharad Somani, Sonbhadra.