कौशांबी (जनमत):- यूपी के कौशांबी के एक छोटे से गांव के रहने वाले अभिषेक कुमार दूबे ने अपने गृह जनपद का नाम रौशन करते हुए एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। अभिषेक ने तेज आवाज में अपने पैर के अंगूठे को एक मिनट में 100 बार फोड़कर यह रिकॉर्ड बनाया है। उसका नाम कलाम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। आईआईटी मद्रास की तरफ से एक ऑनलाइन वेबीनार करवाया गया जिसमें एक मिलियन छात्रों ने प्रतिभाग किया। अभिषेक ने इसमें प्रतिभाग किया और यहां भी उसका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन में दर्ज हो गया। अब वह अमेरिका के लुईस एकिन्स का भी रिकॉर्ड तोड़ना चाहता है। लुइक ने 42 वर्ष की उम्र में 25 हजार फिट की ऊंचाई से बिना पैराशूट के जम्प किया था। देश का नाम रौशन करने के लिए अभिषेक ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है।
सिराथू तहसील के रसूलपुर गिरसा गांव के संजय कुमार दूबे खेती किसानी करते हैं। उनके तीन बेटों में दूसरे नंबर के बेटे अभिषेक कुमार दूबे में बचपन से ही कुछ अलग करने का जज्बा था। अभिषेक ने अपनी प्राथमिक शिक्षा की शुरूआत भरवारी के गोल्डेन बाल विद्यालय, फिर नेशनल इंटर कालेज और अब वह कस्बे के ही भवंस मेहता महाविदयालय में बीए दितीय वर्ष का छात्र है। उसने महज 17 वर्ष की उम्र में सफलता का पहला मुकाम हासिल कर लिया। दरअसल अभिषेक ने एक मिनट में अपने पैर के अंगूठे को सौ बार फोड़कर नया कीर्तीमान बनाया है। उसकी 11 महीने की मेहनत उस वक्त रंग लाई, जब नवंबर महीने में आन लाइन प्रतियोगिता में अभिषेक ने एक मिनट में तेज आवाज के साथ पैर के अंगूठे को सौ बार फोड़कर अपना नाम कलाम बुक आफ रिकार्ड में दर्ज कराया। हालांकि इस दौरान उसे तीन बार निराशा भी हाथ लगी लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और अंत में सफलता ने उसके कदम चूमे। हाल ही में आईआईटी मद्रास की तरफ से एक ऑनलाइन वेबीनार करवाया गया। जिसमें एक मिलियन छात्रों ने प्रतिभाग किया था।
अभिषेक ने इसमें हिस्सा लिया और यहां भी उसका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन में दर्ज हो गया। अभिषेक का कहना है कि वह अपने माता-पिता और देश का पूरे विश्व में नाम रौशन करना चाहता है। वह अमेरिका के लुईस एकिन्स का भी रिकार्ड तोड़ना चाहता है। इसके लिए प्रैक्टिस करना है और प्रैक्टिस के लिए तमाम सुविधाएं चाहिए। उसने जिला प्रशासन, प्रदेश और देश की सरकार से मदद की गुहार लगाई है। ताकि वह भी अपने देश का नाम दुनिया के मानस पटल पर अंकित कर सके। लुईस एकिन्स वह शख्स है जिन्होंने 42 वर्ष की उम्र में 25 हजार फिट से बगैर पैराशूट के छलांग लगाकर अपना नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया था। अभिषेक से पूछा कि उसे अंगूठा तोड़ने की प्रेरणा कहां से मिली तो उसने बताया कि झारखंड के धनबाद शहर के रंजन पासवान से फेसबुक चैटिंग के दौरान उससे दोस्ती हो गई। रंजन पासवान ने भी अपने हाथ को तेज आवाज में तोड़ने का रिकार्ड बनाया था। बातों ही बातों में अभिषेक ने भी रंजन से अपने पैर के अंगूठे को एक मिनट में सौ बार फोड़ने की इच्छा जाहिर की।
रंजन ने अभिषेक की मदद की और कैसे रजिस्ट्रेशन कराना है इसके बारे में विस्तार से उसे जानकारी दी। जानकारी हासिल होते ही अभिषेक ने रजिस्ट्रेशन करवाया और शुरू किया एक नाकाम कोशिश को कामयाब करने का सफर। जल्द ही उसकी मेहनत रंग लाई और 11 महीने के अथक प्रयास के बाद उसने पहला मुकाम हासिल किया। अभिषेक ने कलाम बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद ही इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी रजिस्ट्रेशन कर दिया। साथ ही एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड और हाईरेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी वह रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं।
Posted By:- Amitabh Chaubey