अयोध्या (जनमत):- यूपी के अयोध्या में नगर निगम की बोर्ड की बैठक काफी हंगामेदार रही। बैठक में हंगामा दीपोत्सव में बांटे गए दीयों को लेकर हुआ जिसके बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। दरअसल अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के दौरान नगर निगम के द्वारा सभी क्षेत्रों में दीये बाटे जाने का कार्य किया गया था। पार्षद के आरोप के मुताबिक मुस्लिम पार्षद को दीये बाटने के लिए नही दिए गए थे।
अयोध्या नगर निगम में बोर्ड की बैठक की कार्रवाई शुरू होते ही पार्षदों ने नगर निगम द्वारा दिए जा रहे गृह और जलकर में लगाए गए ब्याज छूट दिए जाने का प्रस्ताव रखा जिसके बाद मुस्लिम पार्षद फरीद कुरैशी ने दीपोत्सव में धर्म के आधार पर दीए बांटे जाने का आरोप लगाया। पार्षद अशोका द्विवेदी ने इस आरोप का विरोध किया तो हंगामा खड़ा हो गया जिसके बाद बोर्ड की कार्रवाई को अगली बैठक तक स्थगित कर दिया गया। पार्षद फरीद कुरैशी का आरोप है कि अयोध्या में दीपोत्सव जा आयोजन सभी का है|
लेकिन नगर निगम द्वारा दीपोत्सव में धर्म के आधार पर गैर मुस्लिम पार्षदों को तेल और दीये बांटे गए। इसलिए आज बोर्ड में यह बात रखा कि आखिर मुस्लिम पार्षदों को दिए क्यों नहीं बाटें गए। फरीद कुरैशी का कहना है कि अयोध्या में सभी हिन्दू मुस्लिम मिल कर त्योहार को मनाते है। नगर निगम एक संवैधानिक संस्था है इसलिए इस भेदभाव पर बैठक में सवाल उठाया गया।